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About CE & PE
दोस्तों अगर आप CE और PE के बारे में जानना चाहते है। तो इसका मतलब है आप कही न कही आप स्टॉक मार्केट में आने का सोच रहे है , या फिर आप स्टॉक मार्केट में नये निवेशक या ट्रेडर हो सकते है , जैसा की आपने question किया है what is ce and pe in stock market? दोस्तों मै यह बता दू , की यह CE and PE दोनों स्टॉक मार्केट के ऑप्शन ट्रेडिंग से relate करता है।**स्टॉक मार्केट में CE और PE का मतलब (Meaning of CE and PE in the Stock Market) **
स्टॉक मार्केट में “CE” और “PE” दो महत्वपूर्ण शब्द होता हैं। जो निवेशकों के लिए अत्यधिक importance रखता है। “CE” का मतलब है ‘call option ‘ और “PE” का मतलब है ‘put option ‘बात की जाइये इसके full form की तो CE का full फॉर्म Call European, और PE का full form” put European” होता है इसलिए CE and Pe in stock market used as option trading .Use of CE and PE in stock market
सबसे पहले जानते है CE का use, जैसा की आपको पता है यह स्टॉक मार्केट के option ट्रेडिंग और investing में use किया जाता है।CE यानि call ऑप्शन एक ऐसा विकल्प देता है। जिसमे एक तरफ buyer और दूसरे तरफ seller होता है।call सेलर को लगता है। मार्केट एक particular रेंज में रहेगा। या मार्केट downtrend में रहेगा तो। कॉल सेलर option के Call को sell करता है। और इसके विपरीत जो कॉल buyer होता है। उससे लगता है की स्टॉक मार्केट आने वाले समय में ऊपर जायेगा यानि मार्केट uptrend में रहेगा तो वह कॉल को buy करता है। और अगर मार्केट buyer और सेलर के विपरीत होता है। तो profit और loss के दोनों भागीदार होते है।इससे आप समझ गाइये होंगे what is CE in stock market option trading.Use of PE in stock market
जैसा की आप जानते है PE का मतलब होता है , PUT option , यह ट्रेडिंग और investing का एक ऐसा तरीका है। जिस में इन्वेस्टर और ट्रेडर एक particular expire तक अपने स्टॉक को होल्ड कर सकते है। और expire बाद अपने स्टॉक को या तो रोल ओवर करना परता है या position से exit होना परता है।Option के PE ट्रेडिंग में एक तरफ PE स्ट्राइक प्राइस का buyer होता है , और दूसरे तरफ PE seller होता है। Seller को लगता है की मार्केट ऊपर की तरफ जाइएगा और buyer को लगता है की मार्केट निचे आइयेगा। तो सेलर PE put option को सेल्ल करता है। और Buyer put buy करता है।इस तरफ buyer और सेलर के बिच transition complete होता है। और ये दोनों प्रॉफिट और loss के भागीदार होते है। इस तरह आप समझ सकते है what is ce and pe in stock market?Most importance rule of what is CE and PE in stock market?
CE and PE दोनों स्टॉक मार्केट के Popular words है। और इन्ही दोनों words से आज कोई लाखो करोड़ो कमा रहा है। तो कोई रो रहा है। अपने सारे पैसे गवा कर।CE and PE यही दो words है जो लगो को बहुत आकर्षित करता है। और नई निवेश आते है। और बिना सीखे समझे स्टॉक मार्केट के सबसे danger जगह कूद जाते है। सारा पैसा गवा बैठते है। और आखिर में स्टॉक मार्केट से बहार हो जाते है।दोस्तों अगर आप भी नये है। सबसे पहले इससे जाने समझे और अच्छे learning करने के बाद small quantity में buy and sell करे। फिर आप success हो सकते है।आइये जानते है CE and PE के most important point
- PE and CE stock market के option trading में use होता है।
- PE and CE किसी भी stock और nifty-50 इंडेक्स और बैंक nifty इंडेक्स में होता है।
- किसी particular stock जिसमे F&O में इंडेक्स हो। यानि जिसमे option ट्रेडिंग facility available हो उसे में आप ट्रेडिंग कर सकते है।
- सभी option में buy या sell करने से पहले एक expire date fixed होता है। यदि आप option buy या sell करते है तो एक particular date तक आपको अपने trade को होल्ड कर सकते है , उसके बाद वह option जीरो हो जाता है। या expire हो जाता है।
- Option ट्रेडिंग में अगर आप sell करना चाहते है तो आपको ज्यादा पैसे देने होते है , लेकिन option seller का winning probability ज्यादा होती है। और buyer का winning probability कम होता है।
Example of a Call and Put Option trading in stock market
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CE और PE का उपयोग क्यों करें (Why Use CE and PE
स्टॉक निवेश में CE और PE का तीन महत्वपूर्ण पॉइंट।
(Top 3 Importance of CE and PE in Stock Investing)
CE और PE का तीन महत्वपूर्ण पॉइंट जिसे use कर बड़े निवेशक बहुत सारा पैसा कमाते है। और आप आसानी से समझ सकते है what is ce and pe in stock market?- Risk Management: – call और put का use कर आप अपने long term investing में अच्छा कमा सकते है। इसके द्वारा अपने potion को हेज कर सकते है। और अपने Risk को कम कर सकते है।
- Valuation of Prices CE और PE के माध्यम से निवेशक सही समय पर निवेश करने के फैसले ,ले सकते हैं। कॉल विकल्प का उपयोग नुकसान से बचाने और लाभ कमाने में मदद करता है, और PE अनुपात कंपनी की मूल्यों की तुलना करने में मदद कर सकता है।
- Investment Decisions CE और PE के माध्यम से निवेशक सही Investment Decisions लेने में मदत ले सकते है ,
सारांश (Summary and Investment Insight)
दोस्तों CE और PE दोनों stock option और index option का पार्ट है। इसके द्वारा आप अपने position को हेज कर सकते है।साथ ही आप अपने position को option expire तक होल्ड कर सकते है। यह तक आप इस सेगमेंट में intraday भी कर सकते है। और प्रॉफिट और लॉस के भागीदार बन सकते है।हाला की ऑप्शन ट्रेडिंग जितना आसान लगता है उतना आसान नहीं है। लेकिन आप अपनी समझ और भुज के साथ इस सेगमेंट से अच्छा पैसा कमा सकते है।क्यों की इस सेगमेंट यानि ऑप्शन ट्रेडिंग का खास बात ये है की ये ज्यादा तर ऑप्शन सेलर को प्रॉफिट देता है। और इस सेगमेंट में option सेलर की विनिंग probability ज्यादा होती है। इस तरह दोस्तों आप उपरोक्त सारांश से समझ सकते है what is ce and pe in stock market?Great FAQ for You
What is PE and CE in stock market?
PE का मतलब होता है put option से और इसका full फॉर्म होता है Call European, और CE का मतलब होता है Call option से जिसका full फॉर्म होता है Call European. ये दोनों टर्म स्टॉक मार्केट के option ट्रेडिंग से है। जिसमे put buyer सोचता है , मार्केट निचे गिरे और call buyer सोचता है मार्केट ऊपर जाये जिन से उन्हें मुनाफा हो।
Best indicator for option trading?(ऑप्शन ट्रेडिंग के best indicter?)
Option ट्रेडिंग के लिए बहुत सरे indicator है but इनमे से सबसे ज्यादा important है। open interest, जो दिखाता है किस strike prices पर कितना option writing हुए है। और delta, gamma, theta, volume, and strike price ये सब बेसिक indicate है जो बहुत importance है option ट्रेडिंग के लिए।
delta kise kahate hain ? in option trading
Option trading में delta -1 से लेकर +1 तक होता है। अगर किसी स्टॉक के strike prices का डेल्टा +1 है। इसका मतब अगर स्टॉक 1 पॉइंट moves करता है तो उसके option का premium जिसका डेल्टा +1 है 1 पॉइंट मूव कर जाइएगा। इस तरह जितना डेल्टा कम उतना option का premium कम move या fluctuate करता है।
Option trading kaise sikhe?
option ट्रेडिंग सिखने के लिए सबसे पहले आपको बेसिक option ट्रेडिंग के बारे में पढ़े। चाहे आप ऑनलाइन या ऑफलाइन बहुत सारे ऑप्शन Available है. जो आपको आसनी से सीखा सकते है। और उसके बाद एक अच्छा डीमेट अकाउंट खोले। और एक lot से धीमे धीमे ट्रेडिंग करना सीखे।
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