बुक वैल्यू प्रति शेयर (Book Value Per Share) किसी कंपनी की financial स्थिति को समझने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। यह metric यह बताता है कि अगर कंपनी अपनी सभी assets को बेच दे और अपने सारे liabilities को चुका दे, तो एक shareholder को कितनी राशि प्राप्त होगी। सरल शब्दों में, यह उस हिस्से का value है जो एक shareholder के पास है अगर कंपनी अपनी सारी assets को liquidate कर दे और अपनी सभी liabilities का payment कर दे।
बुक वैल्यू प्रति शेयर का इस्तेमाल investors द्वारा यह जानने के लिए किया जाता है कि क्या किसी कंपनी के shares undervalued या overvalued हैं। यदि book value per share कंपनी के शेयर के current market price से ज्यादा है, तो यह संकेत हो सकता है कि शेयर undervalued हैं, यानी उनकी market में सही कीमत नहीं मिल रही है।
बुक वैल्यू प्रति शेयर की calculation के लिए एक simple formula होता है:
Book Value Per Share = कुल संपत्ति (Total Assets) – कुल देनदारियाँ (Total Liabilities) / कुल जारी किए गए शेयर (Total Outstanding Shares)
यह formula यह दर्शाता है कि कंपनी की कुल संपत्ति में से उसकी सभी liabilities को subtract करने के बाद जो राशि बचती है, वह shareholders के बीच divide की जा सकती है।
बुक वैल्यू प्रति शेयर की calculation करना आसान है, लेकिन इसके लिए कुछ महत्वपूर्ण information की जरूरत होती है:
- Step 1 | चरण 1: सबसे पहले, कंपनी की total assets और total liabilities का पता लगाएं। यह information आपको कंपनी की balance sheet से मिल जाएगी।
- Step 2 | चरण 2: अब, कंपनी की total assets में से उसकी total liabilities को subtract करें। इससे आपको कंपनी की net worth प्राप्त होगी।
- Step 3 | चरण 3: अंत में, इस net worth को कंपनी के total outstanding shares की संख्या से divide करें। इससे आपको बुक वैल्यू प्रति शेयर मिल जाएगी।
For example, मान लीजिए कि एक कंपनी की total assets 50 लाख रुपये हैं और उसकी total liabilities 20 लाख रुपये हैं। अगर कंपनी ने 1 लाख shares जारी किए हैं, तो बुक वैल्यू प्रति शेयर की calculation इस प्रकार होगी:
बुक वैल्यू प्रति शेयर = 50,00,000 – 20,00,0001,00,000 / 1,00,000 = 30,00,0001,00,000/ 1,00,000 = 30 रुपये प्रति शेयर
इस example में, बुक वैल्यू प्रति शेयर 30 रुपये होगी।
बुक वैल्यू प्रति शेयर का मुख्य importance यह है कि यह कंपनी की financial health की एक real picture पेश करता है। यह metric investors को यह समझने में help करता है कि अगर कंपनी को तुरंत अपनी assets बेचनी पड़ें, तो उनका investment कितना secure है।
बुक वैल्यू प्रति शेयर का उपयोग अक्सर investors द्वारा कंपनी के शेयर price की तुलना के लिए किया जाता है। अगर book value per share किसी कंपनी के शेयर के market price से अधिक है, तो यह संकेत हो सकता है कि कंपनी के shares undervalued हैं। इस situation में, investor को यह मौका मिलता है कि वह कम कीमत पर अच्छे shares खरीद सके।
अच्छी बुक वैल्यू प्रति शेयर का मतलब है कि कंपनी की financial position मजबूत है और उसके पास adequate assets हैं जो उसके shareholders के लिए safe हैं। हालांकि, एक ‘अच्छी’ बुक वैल्यू प्रति शेयर का मतलब कंपनी की industry, competition, और current market conditions के आधार पर अलग-अलग हो सकता है।
आमतौर पर, अगर book value per share कंपनी के market value के बराबर या उससे अधिक है, तो यह संकेत हो सकता है कि कंपनी की financial situation अच्छी है और उसके शेयर की market में सही कीमत नहीं मिल रही है।
बुक वैल्यू प्रति शेयर को find करना काफी easy है। आप इसे कंपनी की balance sheet से निकाल सकते हैं। आजकल, कई financial websites और apps भी हैं जो आपको कंपनी की book value per share की जानकारी provide करती हैं।
आपको सिर्फ कंपनी की total assets, total liabilities और total outstanding shares की संख्या का पता लगाना है। इन figures को बुक वैल्यू प्रति शेयर के formula में डालकर आप आसानी से इसकी calculation कर सकते हैं।
मान लीजिए XYZ नाम की एक कंपनी की total assets 10 करोड़ रुपये हैं और उसकी total liabilities 4 करोड़ रुपये हैं। इस कंपनी ने 2 करोड़ shares जारी किए हैं।
बुक वैल्यू प्रति शेयर की calculation इस प्रकार होगी:
बुक वैल्यू प्रति शेयर = 10,00,00,000 – 4,00,00,0002,00,00,000 / 2,00,00,000 = 6,00,00,0002,00,00,000 / 2,00,00,000 = 3 रुपये प्रति शेयर
इस case में, XYZ कंपनी की बुक वैल्यू प्रति शेयर 3 रुपये होगी।
बुक वैल्यू प्रति शेयर का अच्छा होना विभिन्न factors पर depend करता है जैसे कि कंपनी की industry condition, competition, और market trends। हालांकि, एक general rule यह है कि बुक वैल्यू प्रति शेयर का steadily बढ़ना एक positive signal है।
अगर किसी कंपनी की बुक वैल्यू प्रति शेयर time के साथ बढ़ रही है, तो यह दर्शाता है कि कंपनी की assets बढ़ रही हैं और उसकी liabilities घट रही हैं। यह investors के लिए एक अच्छा संकेत है कि कंपनी की financial situation improve हो रही है।
बुक वैल्यू प्रति शेयर की calculation को और भी easy बनाने के लिए, आप online book value per share calculator का use कर सकते हैं। इन calculators में आपको कंपनी की total assets, total liabilities और total outstanding shares की संख्या enter करनी होती है। कैलकुलेटर automatically बुक वैल्यू प्रति शेयर की calculation कर देता है।
इससे आपको manually calculation करने की जरूरत नहीं पड़ती और आप quick और accurate results प्राप्त कर सकते हैं।
Conclusion | निष्कर्ष
बुक वैल्यू प्रति शेयर एक महत्वपूर्ण metric है जो investors को कंपनी की financial स्थिति का आकलन करने में मदद करता है। इसे समझना और सही तरीके से उपयोग करना आपको better investment decisions लेने में assist कर सकता है।
अगर आप शेयर मार्केट में investment कर रहे हैं, तो बुक वैल्यू प्रति शेयर को ध्यान में रखना आपके लिए beneficial साबित हो सकता है। इससे आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि क्या आपके investment का value सुरक्षित है और क्या आपको किसी कंपनी के शेयर में invest करना चाहिए या नहीं।
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FAQS
बुक वैल्यू प्रति शेयर (BVPS) एक वित्तीय मीट्रिक है जो कंपनी की कुल संपत्तियों से सभी देनदारियों को घटाने के बाद प्रति शेयर इक्विटी का मूल्य दर्शाता है। यह बताता है कि कंपनी की बैलेंस शीट के आधार पर प्रत्येक शेयर की क्या कीमत है।
BVPS = Total Asset – Total Liabilities / Total Outstanding Shares
यह सूत्र कंपनी की शुद्ध संपत्तियों के आधार पर प्रत्येक शेयर का मूल्य निर्धारित करने में मदद करता है।
बुक वैल्यू प्रति शेयर निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह कंपनी की वित्तीय स्थिति और इसके शेयरों के अंडरवैल्यूड या ओवरवैल्यूड होने के बारे में जानकारी देता है। अगर BVPS बाजार मूल्य से अधिक है, तो यह अंडरवैल्यूड शेयर का संकेत हो सकता है।
हां, अगर कंपनी की देनदारियाँ उसकी संपत्तियों से अधिक हो जाती हैं, तो बुक वैल्यू प्रति शेयर नकारात्मक हो सकती है। यह स्थिति वित्तीय संकट या दिवालियापन का संकेत हो सकती है।
What is the difference between Book Value and Market Value?
बुक वैल्यू कंपनी की संपत्तियों का मूल्य दर्शाती है जैसा कि बैलेंस शीट पर दर्ज है, जबकि बाजार मूल्य वह कीमत है जिस पर कंपनी का स्टॉक वर्तमान में बाजार में ट्रेड कर रहा है।
5 thoughts on “what is book value per share formula,बुक वैल्यू प्रति शेयर क्या है?”