Oswal Pumps IPO 2025: ₹890 करोड़ का मौका या जोखिम? जानिए पूरी जानकारी
PO का मकसद: Oswal Pumps Limited (OPL) ₹890 करोड़ का IPO ला रही है। इस IPO से कंपनी:
- ₹280 करोड़ से कर्ज चुकाएगी,
- ₹273 करोड़ नए सोलर प्लांट में लगाएगी,
- ₹89 करोड़ पूंजीगत खर्च (capex) के लिए इस्तेमाल करेगी।
क्या करती है Oswal Pumps?
कंपनी ट्यूबवेल और सोलर पंप बनाती है। यह किसान और सरकारी योजनाओं के लिए पंप सिस्टम बनाती है।
PM-KUSUM योजना का बड़ा फायदा:
सरकार की PM-KUSUM योजना के चलते Oswal की ग्रोथ जबरदस्त रही है। इस स्कीम से:
- कंपनी को सब्सिडी बेस्ड ऑर्डर मिले,
- ₹1067 करोड़ का FY25 में रेवेन्यू आया,
- ₹97 करोड़ तक नेट प्रॉफिट बढ़ा।
रिस्क भी कम नहीं:
- कंपनी की 85% से ज्यादा इनकम केवल PM-KUSUM से आती है,
- यह स्कीम 2026 तक खत्म हो सकती है,
- पेमेंट डिले के कारण वर्किंग कैपिटल साइकिल लंबा है (142 दिन),
- कर्ज की वजह से ब्याज का खर्च बढ़ रहा है।
वैल्यूएशन की बात:
- IPO प्राइस ₹584–₹614 प्रति शेयर,
- P/E रेशियो 60x के ऊपर है,
- मुकाबले में Shakti Pumps 66x और Kirloskar Brothers 41x पर ट्रेड कर रहे हैं।
सोलर सेगमेंट में कंपटीशन:
Oswal अब Reliance, Adani और Tata Power जैसे दिग्गजों से मुकाबला करेगा। लेकिन इनके पास सरकार की PLI स्कीम से सपोर्ट है, जो Oswal के पास नहीं है।
🗺️ जियोग्राफिक डिपेंडेंसी:
- 80% से ज्यादा रेवेन्यू नॉर्थ और वेस्ट इंडिया से आता है,
- साउथ और ईस्ट मार्केट में कंपनी की पहुंच कम है,
- एक्सपोर्ट केवल 3–4% है।
प्रमोटर क्या कर रहे हैं?
इस IPO में प्रमोटर भी अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं। मतलब उन्हें कंपनी में से आंशिक एग्जिट मिल रहा है।
✅ निवेश करें या नहीं?
अगर आप लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर हैं और रिस्क समझते हैं, तो यह एक ग्रोथ स्टोरी हो सकती है। लेकिन:
- योजना की डिपेंडेंसी,
- वर्किंग कैपिटल स्ट्रेस,
- सॉलिड डाइवर्सिफिकेशन की कमी, इन बातों पर ध्यान देना जरूरी है।
📅 IPO की तारीखें:
- ओपनिंग डेट: 13 जून 2025
- क्लोजिंग डेट: 17 जून 2025
- अलॉटमेंट: 18 जून 2025
- लिस्टिंग: 21 जून 2025 (संभावित)
निष्कर्ष – निवेश से पहले यह ज़रूर सोचें
Oswal Pumps का ₹890 करोड़ का IPO एक मजबूत ग्रोथ स्टोरी पर आधारित है, जो मुख्यतः सरकार की PM-KUSUM योजना की वजह से सफल हुई है। कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी, सोलर टेक्नोलॉजी और ऑर्डर बुक मज़बूत है, लेकिन चुनौतियां भी कम नहीं हैं — जैसे वर्किंग कैपिटल स्ट्रेस, सरकारी स्कीम पर अत्यधिक निर्भरता और सीमित जियोग्राफिक पहुंच।
यदि आप एक लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर हैं जो उच्च जोखिम सह सकता है और आपको सरकारी नीतियों में बदलाव का अनुभव है, तो यह IPO आपके पोर्टफोलियो में एक पॉजिटिव एडिशन हो सकता है।
⚠️ लेकिन अगर आप कम जोखिम पसंद करते हैं, तो लिस्टिंग के बाद कंपनी का परफॉर्मेंस देखने के बाद ही निवेश करना बेहतर होगा।
👉 Bottom Line:
यह IPO “अवसर और जोखिम का मिश्रण” है। फैसला सोच-समझकर करें, और यदि ज़रूरत हो तो किसी SEBI Registered Financial Advisor से सलाह लें।
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Disclaimer (अस्वीकरण)
यह लेख केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दिए गए विचार, आंकड़े और विश्लेषण केवल लेखक की समझ और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध सूचनाओं पर आधारित हैं।
निवेश से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले, कृपया अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श ज़रूर लें। यह लेख कोई निवेश सलाह (Investment Advice) नहीं है। IPO, शेयर बाज़ार और सरकारी योजनाओं में निवेश जोखिमों से जुड़ा होता है। हम किसी भी प्रकार की लाभ, हानि, या वित्तीय ज़िम्मेदारी के लिए उत्तरदायी नहीं होंगे।
FAQs:-
Oswal Pumps किस तरह की कंपनी है?
यह कंपनी पंप, सोलर मॉड्यूल और कास्टिंग बनाती है।
Oswal Pumps कंपनी का रेवेन्यू किस पर निर्भर है?
लगभग 85% रेवेन्यू PM-KUSUM योजना से आता है।
Oswal Pumps IPO से कितना पैसा जुटाया जाएगा?
₹890 करोड़ का फ्रेश इश्यू और ₹497 करोड़ का ऑफर फॉर सेल, कुल ₹1387 करोड़।