“India-USA Trade Reality: Hidden Surplus of $40 Billion Revealed – अमेरिका हर साल भारत से ₹3 लाख करोड़ से अधिक कमाता है”
जब भी भारत और अमेरिका के व्यापारिक संबंधों की बात होती है, तो अक्सर “ट्रेड डेफिसिट” (Trade Deficit) का मुद्दा सामने आता है। हाल ही में, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि अमेरिका को भारत के साथ $100 बिलियन का व्यापार घाटा है। हालांकि, वास्तविक आंकड़े इससे काफी अलग हैं। वास्तव में, अमेरिका भारत से हर साल $80-85 बिलियन कमाता है, जो कि पारंपरिक व्यापार आंकड़ों में नहीं दिखता। यह “हिडन सरप्लस” (Hidden Surplus) अमेरिका को भारत के साथ व्यापारिक वार्ताओं में एक मजबूत स्थिति प्रदान करता है।
1. Higher Education: भारतीय छात्रों से $25 बिलियन+ की कमाई
अमेरिका में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों की संख्या हर साल बढ़ रही है। 2023-24 शैक्षणिक वर्ष में, अंतरराष्ट्रीय छात्रों ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था में लगभग $44 बिलियन का योगदान दिया, जिसमें भारतीय छात्रों का बड़ा हिस्सा था। एक अनुमान के अनुसार, भारतीय छात्र अमेरिका में हर साल $25 बिलियन से अधिक खर्च करते हैं, जो कि ट्यूशन, आवास और अन्य खर्चों में शामिल है।
2. टेक्नोलॉजी और डिजिटल सेवाएं: $15-20 बिलियन की कमाई
गूगल, अमेज़न, माइक्रोसॉफ्ट और मेटा जैसी अमेरिकी टेक कंपनियां भारत से विज्ञापन, क्लाउड सेवाओं, सॉफ्टवेयर और सब्सक्रिप्शन के माध्यम से $15-20 बिलियन की कमाई करती हैं। यह राजस्व मुख्य रूप से अमेरिका में दर्ज होता है, जिससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लाभ होता है।
3. वित्तीय सेवाएं और परामर्श: $10-15 बिलियन की कमाई
जेपी मॉर्गन, सिटीबैंक और मैकिन्से जैसी अमेरिकी वित्तीय संस्थाएं भारतीय कंपनियों को परामर्श और वित्तीय सेवाएं प्रदान करके $10-15 बिलियन की कमाई करती हैं। इसके अलावा, ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स (GCCs) जैसे डेल, आईबीएम और वेल्स फार्गो भारत में बैक-एंड ऑपरेशंस चलाते हैं, जिससे अमेरिका को $15-20 बिलियन का राजस्व प्राप्त होता है।
4. बौद्धिक संपदा और फार्मा: $1.5-2 बिलियन की कमाई
फाइजर और मर्क जैसी अमेरिकी फार्मा कंपनियां भारत में पेटेंट और तकनीकी हस्तांतरण के माध्यम से $1.5-2 बिलियन की कमाई करती हैं। इसके अलावा, ऑटोमोबाइल कंपनियां और पार्ट्स सप्लायर्स लाइसेंसिंग और सेवाओं के माध्यम से $1.2 बिलियन तक कमाते हैं।
5. मनोरंजन उद्योग: $1.5 बिलियन की कमाई
हॉलीवुड और नेटफ्लिक्स जैसी अमेरिकी मनोरंजन कंपनियां भारतीय बॉक्स ऑफिस और स्ट्रीमिंग सब्सक्रिप्शन से $1.5 बिलियन तक की कमाई करती हैं। नेटफ्लिक्स अकेले ही भारतीय कंटेंट में हर साल $400-500 मिलियन का निवेश करता है।
6. रक्षा बिक्री: अरबों डॉलर की कमाई
अमेरिका भारत को रक्षा उपकरणों की बिक्री से अरबों डॉलर कमाता है। हाल ही में, अमेरिका ने भारत को $500 मिलियन का सैन्य सहायता पैकेज प्रदान किया है, जिससे भारत की रूस पर निर्भरता कम हो सके।
7. ट्रेड डेफिसिट बनाम हिडन सरप्लस
वित्त वर्ष 2025 में, भारत ने अमेरिका को $86.5 बिलियन मूल्य के वस्त्र निर्यात किए और $45.3 बिलियन का आयात किया, जिससे $41 बिलियन का वस्त्र व्यापार अधिशेष हुआ। सेवाओं में, भारत ने $28.7 बिलियन का निर्यात किया और $25.5 बिलियन का आयात किया, जिससे $3.2 बिलियन का अधिशेष हुआ।
हालांकि, जब शिक्षा, डिजिटल सेवाएं, वित्तीय सेवाएं, बौद्धिक संपदा और रक्षा बिक्री को शामिल किया जाता है, तो अमेरिका को भारत से $80-85 बिलियन की कमाई होती है, जिससे $35-40 बिलियन का हिडन सरप्लस बनता है।
निष्कर्ष:
भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों में पारंपरिक आंकड़े पूरी तस्वीर नहीं दिखाते। जब हम शिक्षा, डिजिटल सेवाएं, वित्तीय सेवाएं, बौद्धिक संपदा और रक्षा बिक्री जैसे क्षेत्रों को शामिल करते हैं, तो स्पष्ट होता है कि अमेरिका को भारत से बड़ा लाभ होता है। इसलिए, भारत को व्यापार वार्ताओं में आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ना चाहिए और अपने हितों की रक्षा करनी चाहिए।
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