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Mobikwikसह–संस्थापकउपासनाटाकु FY24 मेंसफलताकोलेकरआश्वस्त है।
Mobikwik का Prepaid payment instruments (PPI) बहुत तेजी से बढ़ रहा है। मई में 23% तक पहुंच गया है। साथ ही कंपनी IPO के लिए तैयार है। दोस्तों जैसा की आपको पता है।मोबाइल वॉलेट और वित्तीय सेवाओं का प्लेटफॉर्म और पयोगकर्ताओं को पैसे भेजने और प्राप्त करने, व्यवसायों और उपयोगिता बिलों का भुगतान करने, ऑनलाइन या स्टोर्स में खरीदारी करने, और त्वरित डिजिटल ऋण जैसी वित्तीय उत्पादों तक पहुंच प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करने वाली कंपनी Mobikwik और उसके सह-संस्थापक उपासना टाकु ने लेकर आश्वस्त की FY24 कंपनी के लिए बहुत अच्छा होने वाला है। क्यों की कंपनी का Prepaid payment instruments (PPI) बहुत तेजी से बढ़ रहा है।
Mobikwik& Prepaid payment instruments (PPI) 2024
Mobikwik वित्तीय वर्ष 2023-24 में लाभप्रदता हासिल करने की राह पर है, सह-संस्थापक और सीएफओ उपासना टाकु के अनुसार।
कंपनी का Prepaid payment instruments (PPI) वॉलेट तेजी से बढ़ रहा है, मई में 23% तक पहुंच गया है।
Mobikwik ने खर्चों को आधा कर दिया है, जिससे लाभप्रदता में सुधार हुआ है।
कंपनी IPO के लिए तैयार है और अगले सप्ताह वित्तीय वर्ष 24 के परिणाम जारी करने की उम्मीद है।
Mobikwik IPO 2024 IPO कीतैयारी में
Mobikwik, एक फिनटेक यूनिकॉर्न जो IPO की तैयारी कर रहा है, वित्तीय वर्ष 2023-24 में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है। कंपनी पूरे वर्ष लाभप्रदता हासिल करने के लिए तैयार है, यह दर्शाता है कि यह एक मजबूत और टिकाऊ व्यवसाय मॉडल विकसित कर रहा है।
वॉलेटकीमात्रा 23% तकबढ़गया
इस सफलता के पीछे मुख्य कारक Prepaid payment instruments (PPI) वॉलेट में मजबूत वृद्धि है। मई में, वॉलेट की मात्रा 23% तक बढ़ गई, जो दर्शाता है कि अधिक से अधिक लोग भुगतान के लिए Mobikwik का उपयोग कर रहे हैं।
इसके अलावा, कंपनी ने अपनी लागतों को भी कम किया है, जो लाभप्रदता को और बढ़ावा देता है। 2024 की पहली छमाही में, Mobikwik ने अपने खर्चों को 50% तक कम कर दिया, जिससे उसे लाभप्राप्ति में मदद मिली।
कुल मिलाकर, Mobikwik मजबूत वित्तीय प्रदर्शन दिखा रहा है और IPO के लिए तैयार है। सह-संस्थापक और सीएफओ उपासना टाकु FY24 में सफलता को लेकर आश्वस्त हैं, और कंपनी आने वाले वर्षों में और भी अधिक विकास हासिल करने की उम्मीद करती है।
सारांश
Mobikwik लाभ की ओर बढ़ रहा है! कंपनी Prepaid payment instruments भुगतान वॉलेट की मजबूत वृद्धि और लागत में कटौती के कारण वित्तीय वर्ष 2023-24 में लाभ कमाने की राह पर है।
अर्थात, Mobikwik इस वित्तीय वर्ष में लाभ कमाने की उम्मीद कर रहा है, जो इस बात का संकेत है कि कंपनी एक मजबूत और टिकाऊ व्यापार मॉडल विकसित कर रही है।
प्रश्न:Mobikwik के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 कैसा रहने वाला है?
उत्तर:Mobikwik के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 काफी अच्छा रहने वाला है। कंपनी इस पूरे वर्ष लाभ कमाने की उम्मीद कर रही है।
प्रश्न: Mobikwik की लाभप्रदता में क्या मदद कर रहा है?
उत्तर: Mobikwik की लाभप्रदता में दो मुख्य कारक मदद कर रहे हैं: पहला, कंपनी के Prepaid payment instruments (PPI) वॉलेट में मजबूत वृद्धि और दूसरा, लागत में कटौती।
प्रश्न:Mobikwik के PPI वॉलेट का प्रदर्शन कैसा रहा है?
उत्तर: Mobikwik के Prepaid payment instruments (PPI )वॉलेट ने शानदार प्रदर्शन किया है। मई तक, वॉलेट की मात्रा में 23% की वृद्धि देखी गई है, जो दर्शाता है कि अधिक लोग भुगतान के लिए Mobikwik का इस्तेमाल कर रहे हैं।
प्रश्न: Mobikwik ने लागत कम करने के लिए क्या कदम उठाए?
उत्तर: लेख में इस बारे में विशिष्ट जानकारी नहीं दी गई है कि Mobikwik ने लागत कम करने के लिए क्या कदम उठाए, लेकिन यह बताया गया है कि कंपनी ने अपने खर्चों में 50% की कमी की है।
प्रश्न: Mobikwik की भविष्य की योजनाएं क्या हैं?
उत्तर: Mobikwik IPO के लिए तैयार है और आने वाले वर्षों में और भी अधिक विकास हासिल करने की उम्मीद कर रही है।
इंडियन ऑयल का बड़ा लक्ष्य: 2030 तक 20 मिलियन टन LNG कारोबार Indian Oil’s Big Goal Business by 2030
नईदिल्ली: भारत की सबसे बड़ी तेल और गैस कंपनी, इंडियन ऑयल (Indian Oil) अपनी तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LNG) कारोबार को 2030 तक 20 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) तक बढ़ाने की योजना बना रही है। यह मौजूदा 7.8 MTPA से ढाई गुना से अधिक होगा। यह जानकारी Money control,Yahoo News, और THE Print सहित कई विश्वसनीय समाचार स्रोतों द्वारा रिपोर्ट की गई है।
विकासप्रमुखसुजॉयचौधरी ( Indian oil Big Goal Business by 2030)
विकासप्रमुखसुजॉयचौधरी ने गुरुवार को एक उद्योग सम्मेलन में यह घोषणा करते हुए कहा कि बिजली क्षेत्र भारत में LNG की मांग को बढ़ाने में एक प्रमुख कारक होगा। उन्होंने बताया कि देश में बिजली उत्पादन में तेजी से बढ़ते कोयले की जगह LNG का इस्तेमाल बढ़ रहा है। इसके अलावा, LNG का इस्तेमाल उर्वरक, पेट्रोकेमिकल्स और स्टील जैसे उद्योगों में भी बढ़ रहा है।
इंडियनऑयल (Indian Oil) ने LNG कारोबार को बढ़ाने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। इनमें LNG टर्मिनलों और रिगैसिफिकेशन प्लांट्स की स्थापना, LNG पाइपलाइन नेटवर्क का विस्तार और LNG बंकरिंग सुविधाओं का विकास शामिल है।
कंपनीकामाननाहैकि LNG भारत के ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। LNG एक स्वच्छ ईंधन है जो कोयले और तेल की तुलना में कम प्रदूषण पैदा करता है। यह भारत के जलवायु परिवर्तन लक्ष्यों को प्राप्त करने में भी मदद करेगा।
सूत्रों के अनुसार, इंडियन ऑयल पहले से ही कई देशों से LNG की खरीद के लिए बातचीत कर रहा है। कंपनी घरेलू गैस उत्पादन को बढ़ाने के लिए भी कदम उठा रही है।
ITC Salary: – आईटीसी में करोड़पति कर्मचारियों की धमाकेदार एंट्री!
आईटीसी Limited में इस साल बड़ी तादाद में ऐसे कर्मचारी शामिल हुए जिनकी सालाना कमाई एक करोड़ रुपये से ऊपर है! पिछले साल के मुकाबले इस बार यह आंकड़ा 24% ज्यादा है. कंपनी की रिपोर्ट के अनुसार 68 नए उच्च-पदस्थ अधिकारी करोड़पति क्लब में शामिल हुए, जिससे कुल करोड़पति कर्मचारियों की संख्या 350 हो गई.
यह उछाल इस बात का संकेत है कि आईटीसी का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है जिस से ITC Salary देने में कोई कमी नहीं कर रहा है। और कंपनी को मुनाफा भी अच्छा हो रहा है. कुल मिलाकर कर्मचारियों पर होने वाला खर्च भी 7% बढ़ा है, जिसमें वेतन और तनख्वाह शामिल है.
अखबारों की रिपोर्ट्स के मुताबिक, आईटीसी अपने कारोबार को लगातार फैला रही है, इसीलिए उन्हें ज्यादा लोगों की जरूरत पड़ रही है. पिछले 2-3 सालोंमेंकंपनीने 8 नएकारखानेऔर 2 होटलखोलेहैं.
कंपनी के मुनाफे में भी 24% का इजाफा हुआ है. मार्च 2024 तक आईटीसी के 24,567 स्थायी कर्मचारी थे. इन कर्मचारियों की औसत कमाई में भी 10% की बढ़ोत्तरी हुई है. वहीं, अगर मैनेजमेंट के टॉप लोगों को छोड़ दें, तो बाकी कर्मचारियों की औसत कमाई में 9% का इजाफा हुआ है. ITC Salary देने के साथ अपना employee भी बढ़ा रहा है। इस से साफ जाहिर है कंपनी ग्रो कर रही है.
गौर करने वाली बात ये है कि पुरुष कर्मचारियों की औसत कमाई महिला कर्मचारियों से थोड़ी ज्यादा है.
आपको बता दें कि आईटीसी सिर्फ सिगरेट ही नहीं बनाती, बल्कि पैकेटबंदखानेकासामान, कागज औरकार्डबोर्ड, होटल, खेतीसेजुड़ेसामान और दैनिक उपयोग की चीज़ें (FMCG) भी बनाती है.
ITC मेंकरोड़पतिकर्मचारियोंकीसंख्यामेंभारीउछाल 24% से ज्यादा: मुख्यबिंदु
कर्मचारी:
एक करोड़ रुपये से अधिक सालाना कमाने वाले कर्मचारियों की संख्या में 24.11% की वृद्धि हुई है। जिस से ITC Salary देने में आगे है।
वित्त वर्ष 2023-24 में 68 अतिरिक्त उच्च-पदस्थ अधिकारी शीर्ष Salary ब्रैकेट में शामिल हुए।
कुल मिलाकर, 350 कर्मचारी अब एक करोड़ रुपये से अधिक कमाते हैं।
कर्मचारियों का औसत Salary 10% बढ़ा है।
पुरुष कर्मचारियों का औसत वेतन ₹7,14,281 है, जबकि महिला कर्मचारियों का औसत Salary ₹7,03,725 है।
कंपनी:
आईटीसी ने वित्त वर्ष 2024 में कर्मचारी लाभों पर ₹6,134.35 करोड़ रुपये खर्च किए।
यह पिछले वर्ष की तुलना में 6.9% की वृद्धि है।
कंपनी ने पिछले दो से तीन वर्षों में पूरे भारत में आठ नए कारखाने और दो होटल खोले हैं।
आईटीसी का लाभ 24.5% बढ़कर ₹18,753.31 करोड़ रुपये हो गया है।
कंपनी तंबाकू, पैकेज्ड फूड, पेपर और पेपरबोर्ड, आतिथ्य, कृषि वस्तुओं और स्वास्थ्य और व्यक्तिगत देखभाल (FMCG) सहित विभिन्न क्षेत्रों में कारोबार करती है
सारांश ITC Salary
आईटीसी में इस साल एक करोड़ रुपये से अधिक सालाना कमाने वाले कर्मचारियों की संख्या में 24% की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। 68 नए कर्मचारी इस शीर्ष Salary ब्रैकेट में शामिल हुए, जिससे कुल संख्या 350 हो गई।
यह वृद्धि कंपनी के विस्तार और लाभप्रदायकता में 24.5% की वृद्धि दर्शाती है। आईटीसी ने पिछले दो वर्षों में 8 नए कारखाने और 2 होटल खोले हैं, जिसके लिए अधिक कर्मचारियों की आवश्यकता हुई है।
कर्मचारियों का औसत वेतन 10% बढ़ा है, जिसमें पुरुषों का औसत वेतन ₹7,14,281 और महिलाओं का औसत वेतन ₹7,03,725 है।
आईटीसी तंबाकू, पैकेज्ड फूड, पेपर, आतिथ्य, कृषि और FMCG सहित विभिन्न क्षेत्रों में काम करती है।
Tata Motors के शेयरों में कटौती, Maruti Suzuki के स्टॉक में बढ़ोतरी, अगस्त बिक्री डेटा का असर।
अगस्त में पैसेंजर वाहनों के सेगमेंट में Tata Motors ने 45,513 इकाइयाँ बेची, जो साल पहले माह की 47,166 इकाइयों के 3.5 प्रतिशत कम हैं। इसमें Tata Motors के पैसेंजर वाहनों और Tata Passenger Electric Mobility के बिक्री शामिल हैं।
Tata Motors के शेयर्स, जिन्होंने आज पहले दिन 614.80 रुपये के हाई पर पहुंचा, अगस्त बिक्री में समय पर फ्लैटिश वृद्धि की जानकारी देने पर गिर गए। Tata समूह की कंपनी ने कहा कि उसकी कुल घरेलू बिक्री अगस्त में 76,261 इकाइयों के खिलाफ आई, जिसमें पिछले साल के उसी माह में 76,479 इकाइयाँ थीं। वहीं, Maruti Suzuki ने अपने शेयर्स को 3 प्रतिशत की वृद्धि के रूप में देखा, कार निर्माण कंपनी ने अपनी सबसे अधिक मासिक बिक्री मात्र 3 प्रतिशत के वृद्धि के साथ पूरी की। जिस से Maruti Suzuki के स्टॉक में बढ़ोतरी हुई।
“Tata Motors के शेयरों में कटौती,पैसेंजर वाहनों सेगमेंट में 5 प्रतिशत कम,Maruti Suzuki के स्टॉक में बढ़ोतरी,
Important Key पॉइंट
पैसेंजर वाहनों के सेगमेंट में, Tata Motors ने अगस्त में 45,513 इकाइयाँ बेची, जो साल पहले माह की 47,166 इकाइयों के 5 प्रतिशत कम हैं इसी कारन Tata Motors के शेयरों में कटौती हुई।
इसमें Tata Motors के पैसेंजर वाहनों और Tata Passenger Electric Mobility के बिक्री शामिल हैं, जो कि Tata Motors की सहायक कंपनियों हैं।
वाणिज्यिक वाहन बिक्री वर्षों के समय में 2 प्रतिशत योय बढ़ी, Tata Motors ने कहा।
Antique Stock Broking ने उम्मीद की थी कि अच्छे प्रतिस्पर्धी प्रतिक्रिया के कारण Tata Motors की PV बिक्री 48,500 इकाइयों की होगी।
अगस्त में MH&ICV की घरेलू बिक्री, ट्रक और बसों सहित, 13,306 इकाइयों पर खड़ी रही, Tata Motors ने कहा।
Antique Stock Broking ने CV बिक्री की उम्मीद 33,500 इकाइयों की थी।
अगस्त में MH&ICV की कुल घरेलू और अंतरराष्ट्रीय व्यापार, ट्रक और बसों सहित, 13,816 इकाइयों पर खड़ी रही, Tata Motors ने कहा।
Maruti Suzuki केशेयरोंमेंबढ़ोतरी
वहीं, Maruti Suzuki के शेयरों में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई, कार निर्माता ने कुल 1,89,082 इकाइयाँ बेची, जो कि उसकी सबसे अधिक मासिक बिक्री है। माह की कुल बिक्री में घरेलू बिक्री 1,58,678 इकाइयों की थी, अन्य OEM को 5,790 इकाइयों की बिक्री हुई, और निर्यात 24,614 इकाइयों में हुई, Maruti Suzuki ने एक बीएसई फाइलिंग में कहा।
इसके अलावा, निवेशकों को यह जानकर खुशी होगी कि Maruti Suzuki ने अपनी सबसे अधिक मासिक बिक्री का सामर्थ्य प्रमाणित किया ह
Tata Motors के शेयरों में कटौती, Maruti Suzuki के स्टॉक में बढ़ोतरी,Summery
इस लेख में हमने देखा कि अगस्त में Tata Motors के पैसेंजर वाहनों के सेगमेंट में थोड़ी सी कमी आई है, जबकि Maruti Suzuki ने अपनी सबसे अधिक मासिक बिक्री की ओर बढ़त दिखाई है। इससे हम देख सकते हैं कि ऑटोमोबाइल उद्योग में संवेग और ब्रस्टीयोसिटी बनी हुई है, जब भी एक उत्पादक कंपनी बिक्री की बढ़ती मांग का सामना करती है। इस विपरीत में, एक अच्छी विवरण और समर्थन के साथ उत्कृष्ट ग्राहक सेवा प्रदान करने में सहायक कंपनियों के लिए संघर्ष करना महत्वपूर्ण होता है।
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क्या आपको पता है Chandrayaan3 moon mission में कौन-कौन सी कंपनियाँ शामिल हैं?
1.Bharat Heavy Electricals Ltd (BHEL) भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल):-The economic times के अनुसाकर भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड ने Chandrayaan3 moon mission में बैट्रीज (batteries) की सप्लाई की है। और भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड के वेल्डिंग रिसर्च इंस्टीटूट (Welding Research Institute) ने bi-metallic adaptors सप्लाई किया है।
2.Larsen and Tourbo’s (L&T) लार्सन एंड टूरबो (एलएंडटी) का एयरोस्पेस विंग (aerospace wing) कंपनी ने इस्सरो के लिए लॉन्च वाहन LVM3 M4 के लिए काम किया है। Larsen and Tourbo’s ने अंतरिक्ष एजेंसी को महत्वपूर्ण बूस्टर सेगमेंट प्रदान किए, जो Chandrayaan-3 moon mission के लिए बहुत जरुई था ,
3.Tata Consulting Engineers Limited (TCE) टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड (टीसीई) ने भी Chandrayaan-3 moon mission के लिए काम किया है जैसे की प्रोपेलेंट प्लांट, वाहन असेंबली बिल्डिंग और मोबाइल लॉन्च पेडस्टल, और भी अन्य काम किया जो LVM3 M4 के लिए महत्वपूर्ण था। जो Chandrayaan-3 को पृथ्वी के ऑर्बिट में प्रक्षेपण करने में मदत हुआ।
4. Mishra Dhatu Nigam (मिश्र धातु निगम,) मिश्र धातु निगम, ने भो Chandrayaan-3 moon mission के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। ये हैदराबाद
स्थित कंपनी है। ये Chandrayaan-3 moon mission में उपयोग किए जाने वाले LVM3 M4 लॉन्च वाहन के अलग अलग component में उपयोग होने वाले कोबाल्ट बेस मिश्र धातु, निकल बेस मिश्र धातु, टाइटेनियम मिश्र धातु और विशेष स्टील्स जैसी महत्वपूर्ण सामग्रियों की आपूर्ति किया है।
5.MTAR Technologies, (एमटीएआर टेक्नोलॉजीज) The economic times के अनुसार Chandrayaan-3 के इंजन और बूस्टर पंप एमटीएआर टेक्नोलॉजीज पर काम करने वोला कंपनी एमटीएआर टेक्नोलॉजीज जो ISRO के इस स्पेस mission में बहुत बड़ा योगदान दिया है। जो बहुत ही महत्वपूर्ण साबित हुआ है। और आज हम चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरकर इतिहास रच दिया है। और हम यह पहुंचने वाले पहले स्पेस agency बन गए है।
6.Godrej Aerospace और Ankit Aerospace; – अगर बात की जाइये गोदरेज एयरोस्पेस और अंकित एयरोस्पेस ने भी साबित दिया और भारत के स्पेस एजेंसी Chandrayaan-3 moon mission के लिए इंजन एंड थ्रस्टर्स का उत्पादन किया और इसके आलावा मिश्र धातु इस्पात, स्टेनलेस स्टील फास्टनर इत्यदि का सहयोग दिया।
7.Walchandnagar Industries (वालचंदनगर इंडस्ट्रीज) मीडिया रिपोर्ट The conomictimes indiatimes के अनुसार , वालचंदनगर इंडस्ट्रीज कंपनी ने इसरो के Chandrayaan-3 moon mission के लिए महत्वपूर्ण बूस्टर सेगमेंट S200,फ्लेक्स नोजल कंट्रोल,टैंकेज और S200 फ्लेक्स नोजल हार्डवेयर की आपूर्ति किया।
Chandrayaan1
भारत का पहला chandrayaan mission 22 अक्टूबर 2008 सडीएससी शार, श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया था। जिसका उद्देश्य चंद्रमा की सतह से 100 किमी की दुरी पर परिक्रमा करना और चाँद के सतह के बारे में जानकारी इकठा करना था जैसे की रासायनिक, खनिज और भूगर्भिक मानचित्रण लेना। ये मिशन 29 अगस्त 2009 को अंतरिक्ष यान के साथ संचार टूट जाने के बाद इससे समाप्त हो गया।Total Mission cost 365 crore
Chandrayaan2
chandrayaan2 मिशन एक बहुत ही जटिल मिशन था। ये मिशन 22 जुलाई 2019 को लॉन्च किया गया था। इस मिशन में ऑर्बिटर, लैंडर और रोवर तीनो शामिल था। इस मिशन का उदेश्य चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव रोवर को भेजकर चाँद की सतह का रासायनिक संरचना,खनिज पहचान, भूकंप विज्ञान और चन्द्रमा का कमजोर वातावरण का अधययन करने के लिए बनाया गया था। लेकिन 6 सितंबर 2019 को लैंडिंग करते वक्त क्रैश कर गया और ये मिशन यही समाप्त हो गया। Total Mission cost: -978 crore.
Chandrayaan3 Mission
Chandrayaan3 Moon मिशन 14 जुलाई 2023 को लॉन्च किया गया था। इसके साथ भी मिशन Chandrayaan2 की तरह विक्रम नामक एक लैंडर और प्रज्ञान नामक एक रोवर शामिल है। इसका भी काम चाँद दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र के पास उतरना था। मिशन दो के तरह ही इसका काम चाँद के सतह पर मौजूद मिनरल्स ,खनिज पहचान, सतह रासायनिक संरचना, और चाँद का वतावरण के बारे में पता लगाना है। इसके साथ और भी बहुत कुछ जो चाँद की सतह पर उपलबध है उसकी जानकी प्राप्त करना।
और finally भारत ने इतिहास रच दिया Chandrayaan3 मिशन चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर 23 अगस्त 2023 को पहुंच गया और वहां पर उतरने वाला पहला देश बन गया और इसके साथ ही चन्द्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया।
U.S, Russia, China के बाद अब भारत सॉफ्ट लैंडिंग करने वोला देश बन गया है।
Total Cost of Mission: – 615 Crore
Bharat Heavy Electricals Ltd..फंडामेंटल
मार्केट कैप (MARKET CAP) ₹ 37,484.41 Cr.
पिछले एक साल का CAGR Return 105.6%
पिछले तीन साल का CAGR Return 38.9%
पिछले पांच साल का CAGR Return 6.5%
पिछले एक साल का Profit Growth 9.09%
पिछले तीन साल का Profit Growth 32.07%
पिछले पांच साल का Profit Growth -11.11%
पिछले एक साल का Sales Growth 10.15%
पिछले तीन साल का Sales Growth 2.88%
पिछले पांच साल का Sales Growth -4.11%
कंपनी के पास कर्ज ₹ ₹ 5,385 Cr. का है।
कंपनी के पास CASH ₹ 6,642.58 Cr का है।
Larsen & Toubro Ltd. फंडामेंटल
मार्केट कैप (MARKET CAP) ₹ 3,77,859.46 Cr.
पिछले एक साल का CAGR Return 43.5%
पिछले तीन साल का CAGR Return 40.0%
पिछले पांच साल का CAGR Return 14.9%
पिछले एक साल का Profit Growth -0.39%
पिछले तीन साल का Profit Growth 5.53%
पिछले पांच साल का Profit Growth 7.82%
पिछले एक साल का Sales Growth 9.41%
पिछले तीन साल का Sales Growth 10.28%
पिछले पांच साल का Sales Growth 8.21%
कंपनी के पास कर्ज ₹ 18,151.09 Cr.का है।
कंपनी के पास CASH ₹ 4,569.64 Cr.का है।
Tata Consulting Engineers Limited (TCE) टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड अनलिस्टेड
ये कंपनी महारास्ट के मुंबई में है।
ये दिसंबर 1999 में स्टार्ट किया गया था। ये स्टॉक मार्किट अभी लिस्टेड नहीं है। इसका ट्रेडिंग नहीं होता है।
chandrayaan में निवेश करने वाली कंपनी की Sales और Profit
Ankit Aerospace & Godrej Aerospace
Ankit Aerospace & Godrej Aerospace अभी तक स्टॉक मार्किट में लिस्टेड नहीं है। तो इन में भी अभी ट्रडिंग नहीं कर सकते है।
संक्षिप्त विश्लेषण:
BHEL की बड़ी CAGR Return दिखाती है, विशेषकर पिछले एक साल में। लाभ और बिक्री में भी वृद्धि दर्शाई जा रही है।
L&T ने भी पिछले कुछ सालों में अच्छे प्रदर्शन किया है, उनकी CAGR Return और बिक्री में वृद्धि है, हालांकि पिछले एक साल में लाभ थोड़ी कमी दिखाई देती है।
Mishra Dhatu ने भी बिक्री और लाभ में वृद्धि है, विशेषकर पिछले एक साल में। CAGR Return भी तेज है।
बात की जाइये कंपनी के कर्ज की तो BHEL ,L&T ,और Mishra Dhatu का कर्ज अपने कॅश से कम है यानि ये कंपनी जब चाइये तब अपना पेमेंट पूरा कर सकती है। इसका मतलब ये है ये तीनो कंपनी virtually debt free है।
आप तीनो कंपनी में SIP के द्वारा थोड़े थोड़े पैसे इन्वेस्ट कर सकते है। और एक बड़ा wealth Create कर सकते है।
Note:-आप से कहना चाहुगा आप को भी इन्वेस्टमेंट करने से पहले अपने वित्तीय पेशेवर से सलाह लेना चाहिए। मै SEBI register adviser नहीं हू इन्वेस्ट करने से पहले खुद से अच्छे से जांच कर सोच समझ कर इन्वेस्ट करे। और ये आपका खुद का Decision होगा।
FAQ:-
chandayaan 3 कब तक काम करेगा ?
Chandrayaan3 Moon मिशन 14 जुलाई 2023 को लॉन्च किया गया था। ये चाँद की सतह पर 14 दिन तक काम करेगा। क्यों की चाँद की दक्षिणी ध्रुव पर Earth के सामान रात और दिन नहीं होता है। वहां earth के 14 दिन चाँद पर एक दिन के सामान होता है। जैसे ही वहा रात होगा ठण्ड बहुत ज्यादा हो जाइएगा जिससे रोबर और लैंडर काम करना बंद कर देंगे।
Chandrayaan 2 क्यों हुआ फेल हुआ ?
Chandrayaan 2 का फ़ैल होने का सबसे बड़ा कारण टेक्निकल फॉल्ट था। जब Chandrayaan 2 लैंड कर रहा था तब विक्रम लैंडर फिक्स 55 डिग्री के बजाय 410 डिग्री तक झुक गया था जिससे चंद्रमा की कक्षा में स्थापित होने से पहले ही संपर्क से टूट गया। जिससे चन्द्रमा की सतह पर जा कर क्रैश कर गया।