From Tata to Adani, from Britannia to PepsiCo – Billions in Investment in bimaru states Bihar

टाटा से अडानी तक, ब्रिटेनिया से पेप्सिको तक बिहार में अरबों के निवेश का पूरा सच?

bimaru states का उदय और आर्थिक विकास:

पिछले कुछ दशकों में ‘BIMARU’ शब्द का इस्तेमाल अक्सर Bihar, Madhya Pradesh, Rajasthan, और Uttar Pradesh जैसे राज्यों के लिए किया जाता रहा है। लेकिन यह शब्द आया कहां से? 1980 के दशक में demographer Ashish Bose ने तत्कालीन प्रधानमंत्री Rajiv Gandhi को एक report सौंपी थी।

इस report में देश के चार बड़े राज्यों Bihar, Madhya Pradesh, Rajasthan, और Uttar Pradesh को bimaru states कहा गया था। तब से यह शब्द चलन में आ गया। बीमारू का मतलब होता है ‘बीमार,’ और इन states को economic growth, healthcare, education, और अन्य indicators के मामले में पिछड़ने के कारण ये नाम दिया गया। इस शब्द के इस्तेमाल के बाद इन राज्यों को poverty और unemployment की चुनौतियों का सामना करते देखा गया।

बिहार में निवेश की नई लहर: “It will not remain a BIMARU state.”

लेकिन अब देश के बड़े कारोबारी घराने Bihar में invest करने लगे हैं। Tata से लेकर Adani तक, सभी बड़े उद्योगपति Bihar में investment कर रहे हैं। आज के खर्चा पानी bulletin में हम इसी पर बात करेंगे—Bihar में कितना निवेश आया है और इसके पीछे की मुख्य वजहें क्या हैं। इसके साथ ही समझेंगे कि कैसे Bihar औद्योगिक रूप से BIMARU छवि से बाहर निकल रहा है।

बिहार में प्रमुख निवेश प्रोजेक्ट्स:अब बिहार bimaru state नहीं होगा

Tata, Adani, और देश की बड़ी FMCG कंपनियां जैसे Britannia और PepsiCo अब Bihar में investment करती नजर आ रही हैं। सरकारी अधिकारियों के अनुसार, पिछले दो सालों में Bihar को हजारों करोड़ रुपये के investment proposals मिले हैं। उदाहरण के लिए, Adani Group की Ambuja Cements ने नवादा में एक cement grinding unit स्थापित की है, जबकि JK Cement और UltraTech Cement भी राज्य में अपने plants लगा रहे हैं। 

बिहार में फूड प्रोसेसिंग और अन्य उद्योगों में निवेश:

Food processing, textiles, और leather industry में भी significant investment हो रहा है। Tata Group ने Patna में Taj City Center की स्थापना की, जो राज्य का पहला 5-star hotel है। वहीं PepsiCo ने Begusarai में एक बड़ा plant स्थापित किया और Buxar में एक और factory खोलने की योजना बना रही है। वैशाली में कई food processing companies ने बड़े investments की योजना बनाई है, जिससे राज्य के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिल रहा है।  साथ ही अब बिहार bimaru state के लिस्ट से बहुत जल्द बाहर हो जायेगा। 

बिहार में औद्योगिक क्षेत्र का विस्तार:

Bihar में अब industrial zones का विस्तार हो रहा है। राज्य के industry minister Nitin Mishra के अनुसार, कैबिनेट ने राज्य के 31 जिलों में नई industrial units विकसित करने का आदेश दिया है, और सात नए जिलों को industrial development के लिए चुना गया है। इसके साथ ही, Bihar के दो क्षेत्रों को special economic zones (SEZ) के रूप में चिन्हित किया गया है, जिनकी मंजूरी अभी केंद्र सरकार से मिलनी बाकी है। इस से साफ जाहिर है। अब bimaru states से ऊपर आ रहा है। बहुत जल्द ही bihar तरक्की की राह पर चल परा है। 

सरकार की नई नीतियाँ और निवेश की योजनाएं:

Bihar government ने industrial investment को बढ़ावा देने के लिए कई policies लागू की हैं, जिनमें Bihar Industrial Investment Promotion Policy, Agriculture Investment Promotion Policy, और Ethanol Production Promotion Policy शामिल हैं। इसके अलावा, राज्य में IT parks और अन्य industries के विकास के लिए भी काम हो रहा है, जिससे निवेशक आकर्षित हो रहे हैं।

बिहार का जीएसडीपी और आर्थिक विकास:

RBI और CMIE के economic data के अनुसार, Bihar का Gross State Domestic Product (GSDP) पिछले पांच सालों में 29% बढ़कर financial year 2023 में लगभग 45 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। राज्य में लीची और मखाना का सबसे बड़ा production होता है, और यह traditional textile industry में भी अग्रणी है।

बिहार के पारंपरिक उद्योग और रोजगार की चुनौतियां:

हालांकि state में investment और industries का विकास हो रहा है, लेकिन रोजगार और पलायन की समस्या अभी भी बड़ी चुनौती है। e-Shram portal के सरकारी आंकड़ों के अनुसार, लगभग 3 करोड़ लोगों ने खुद को register किया है। इसके बावजूद, Bihar में employment opportunities को बढ़ाने की आवश्यकता है ताकि migration की समस्या को हल किया जा सके।

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निष्कर्ष (Conclusion)

बिहार और अन्य बीमारू राज्य अपने पुराने टैग को पीछे छोड़ते हुए तेज़ी से प्रगति कर रहे हैं। आज, बिहार जैसे राज्य अपनी बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर, औद्योगिक नीतियों और निवेश के अनुकूल माहौल के कारण आर्थिक विकास की एक नई दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। बड़ी कंपनियों के निवेश और राज्य सरकार की सक्रिय नीतियों ने बिहार को एक उभरते हुए औद्योगिक हब के रूप में स्थापित किया है। हालाँकि, रोजगार की कमी और पलायन जैसी चुनौतियाँ अब भी बनी हुई हैं, लेकिन यह नया विकास इन समस्याओं के समाधान में सहायक हो सकता है।

यदि ये निवेश और आर्थिक सुधार इसी प्रकार जारी रहे, तो बिहार जल्द ही अपना bimaru states टैग पूरी तरह से पीछे छोड़ देगा और एक नए, गतिशील और विकसित राज्य के रूप में उभरेगा।

भारत में सबसे पिछड़ा राज्य कौन सा माना जाता है?

बिहार और झारखंड अक्सर भारत के सबसे पिछड़े राज्यों में गिने जाते हैं। ये राज्य आर्थिक, शैक्षिक, स्वास्थ्य, और बुनियादी ढांचे की कमी जैसे कारणों से पिछड़े माने जाते हैं।

बिहार और झारखंड को पिछड़ा क्यों माना जाता है?

बिहार और झारखंड में गरीबी दर अधिक है, शिक्षा की गुणवत्ता कमजोर है, स्वास्थ्य सेवाओं की कमी है, और बुनियादी ढांचे का अभाव है। ये कारक इन राज्यों को पिछड़ा बनाते हैं।

भारत में सबसे ज्यादा गरीबी दर वाला राज्य कौन सा है?

बिहार और झारखंड गरीबी दर के मामले में शीर्ष राज्यों में आते हैं। इन राज्यों में गरीबी की समस्या काफी गंभीर है, और यह इन्हें पिछड़ा बनाता है।

best business ideas for women in india

Business Ideas: Best and 14 Unique Business Ideas for Women

14 Unique Business Ideas for Women से पहले हम समझते है। आज कल के औरत क्या क्या कर सकती है। उनके लिए निचे दिये Article में हम अच्छे से समझ ते है।

आज के समय में, जब women हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं, business की दुनिया में उनका योगदान भी बहुत तेजी से बढ़ रहा है। चाहे वह small scale पर हो या large scale पर, महिलाएं अब अपने Business को सफलतापूर्वक चला रही हैं और new businesses आइडियाज के साथ सामने आ रही हैं। यदि आप भी एक महिला हैं और अपना खुद का बिज़नेस शुरू करना चाहती हैं, तो यह लेख आपके लिए है। यहां हम कुछ बेहतरीन और अनोखे business ideas पर चर्चा करेंगे जो न सिर्फ आपके लिए लाभदायक होंगे, बल्कि समाज में भी एक positive बदलाव ला सकते हैं।

Top 14 Business Ideas for Women – महिलाओं के लिए बेस्ट और यूनिक बिजनेस आइडियाज

आइये हम अच्छे से समझते है best business ideas for women in india कौन – कौन से बिज़नेस ideas है। चलिये शुरू करते है।

  1. Content Writing & Blogging – कंटेंट राइटिंग और ब्लॉगिंग

Content writing और blogging एक बेहतरीन option है अगर आपको लिखने का शौक है। तो आप अपनी खुद की website या blog शुरू कर सकती हैं, जहां आप Various topics जैसे fashion, health, travel, recipes, या personal finance पर लिख सकती हैं। अगर आप को content writing & Blogging का knowledge है  तो आप को मजा बहुत आने वाला है और अच्छा खासा income भी आप generate कर सकते है।

How to Start – कैसे शुरू करें

Blogging शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको एक niche चुननी होगी, फिर एक domain name खरीदकर वेबसाइट setup करनी होगी। SEO, content marketing, और social media का इस्तेमाल करके आप अपने blog को प्रमोट कर सकती हैं।

Cost & Profit – लागत और मुनाफा

Initially, आप low investment के साथ शुरू कर सकती हैं। मुनाफा affiliate marketing, sponsored posts, और advertising से generate होता है।

Specialty – विशेषता

Creative writing skills और SEO knowledge के साथ आप इस field में अच्छा खासा नाम कमा सकती हैं।

  1. Online Tutoring – ऑनलाइन ट्यूटरिंग

Online education का trend काफी बढ़ रहा है, और अगर आपको teaching का शौक है, तो यह एक बेहतरीन business idea हो सकता है। आप बच्चों को academic subjects या adults को special skills सिखा सकती हैं, जैसे languages, coding, या cooking।

How to Start – कैसे शुरू करें

सबसे पहले आपको teaching platform चुनना होगा जैसे Udemy, Coursera, या Zoom। एक structured curriculum तैयार करें और online classes शुरू करें।

Cost & Profit – लागत और मुनाफा

Cost बहुत low है, सिर्फ basic equipment की जरूरत है जैसे laptop और internet connection। मुनाफा आपकी classes की fees और student base पर निर्भर करता है।

Specialty – विशेषता

आपको अपने subject का deep knowledge होना चाहिए और students को समझाने की कला आनी चाहिए।

  1. Home-Based Bakery – घर से बेकरी का बिज़नेस

अगर आपको baking का शौक है, तो home-based bakery एक profitable business idea को अपना सकते है। आजकल लोग custom cakes, cupcakes, और cookies के लिए online orders करना पसंद करते हैं।

How to Start – कैसे शुरू करें

Basic baking equipment के साथ शुरू करें। Social media का इस्तेमाल करके अपने products को promote करें और orders लें। आप अपनी website भी बना सकती हैं।

Cost & Profit – लागत और मुनाफा

शुरुआती cost ingredients और equipment पर निर्भर करती है। मुनाफा आपके sales और pricing strategy पर निर्भर करेगा।

Specialty – विशेषता

High-quality और delicious products के साथ आप loyal customers बना सकती हैं।

  1. Handmade Crafts – हैंडमेड क्राफ्ट्स का बिज़नेस

Handmade crafts जैसे jewelry, home decor, और accessories की हमेशा demand रहती है। अगर आपको crafting का शौक है, तो आप इस creativity को business में बदल सकती हैं।

How to Start – कैसे शुरू करें

आपको crafting materials खरीदने होंगे और अपना unique product line develop करना होगा। Etsy, Instagram, और Facebook जैसी sites पर आप अपने products बेच सकती हैं।

Cost & Profit – लागत और मुनाफा

Cost आपके materials और production scale पर depend करती है। Handmade items high-margin products होते हैं, जिससे अच्छा मुनाफा हो सकता है।

Specialty – विशेषता

आपकी creativity और uniqueness आपके products को खास बनाती है।

  1. Virtual Assistant – वर्चुअल असिस्टेंट

Virtual assistant का काम remotely businesses या entrepreneurs को administrative support देना होता है। इसमें tasks जैसे email management, calendar scheduling, और customer service शामिल हैं।

How to Start – कैसे शुरू करें

सबसे पहले आपको basic administrative skills सीखनी होंगी। Upwork, Fiverr, और LinkedIn जैसी platforms पर अपना profile बनाएं और clients से जुड़ें।

Cost & Profit – लागत और मुनाफा

यह low-cost business है, सिर्फ laptop और internet connection की जरूरत होती है। मुनाफा आपकी hourly rate और काम के hours पर depend करता है।

Specialty – विशेषता

Multitasking और time management skills इस बिज़नेस में सफल होने के लिए जरूरी हैं।

  1. Social Media Management – सोशल मीडिया मैनेजमेंट

Social media platforms जैसे Facebook, Instagram, और Twitter पर businesses को अपना presence maintain करना जरूरी हो गया है। अगर आपको social media का शौक है, तो आप Social Media Manager बन सकती हैं।

How to Start – कैसे शुरू करें

सबसे पहले आपको social media marketing का knowledge होना चाहिए। कुछ businesses के साथ काम करके experience gain करें और फिर अपनी services offer करें।

Cost & Profit – लागत और मुनाफा

आपको सिर्फ एक computer और internet connection की जरूरत होती है। मुनाफा आपकी clients की संख्या और services की quality पर depend करता है।

Specialty – विशेषता

Content creation, analytics, और audience engagement skills इस field में important हैं।

  1. Freelance Graphic Design – फ्रीलांस ग्राफिक डिजाइनिंग

Graphic designing एक high-demand skill है, और अगर आपको design का शौक है, तो आप freelance graphic designer बन सकती हैं। आप logos, brochures, social media graphics, और websites के लिए designs बना सकती हैं।

How to Start – कैसे शुरू करें

आपको Adobe Illustrator, Photoshop, या Canva जैसे tools का knowledge होना चाहिए। Portfolio बनाएं और Fiverr, Upwork, या Behance जैसे platforms पर clients को attract करें।

Cost & Profit – लागत और मुनाफा

आपको design software और एक अच्छा computer चाहिए। Freelance graphic designers usually per project या hourly rate पर charge करते हैं।

Specialty – विशेषता

Creativity और trend awareness इस field में सफलता के key factors हैं।

  1. Dropshipping Business – ड्रॉपशीपिंग बिज़नेस

Dropshipping एक ऐसा business model है जहां आप बिना inventory रखे products बेचती हैं। आप online store set up करती हैं और suppliers directly आपके customers को products deliver करते हैं।

How to Start – कैसे शुरू करें

आपको एक e-commerce platform चुनना होगा जैसे Shopify, WooCommerce, या Amazon. फिर आप dropshipping suppliers से जुड़ सकती हैं जो आपके orders को fulfill करेंगे।

Cost & Profit – लागत और मुनाफा

शुरुआती cost कम होती है क्योंकि आपको stock नहीं रखना होता। मुनाफा आपकी marketing strategy और sales पर depend करता है।

Specialty – विशेषता

Market research और digital marketing skills इस बिज़नेस में बहुत जरूरी हैं।

  1. Event Planning & Management – इवेंट प्लानिंग और मैनेजमेंट

Event planning और management का business उन लोगों के लिए perfect है जिन्हें events organize करना पसंद है। आप weddings, corporate events, और parties को manage कर सकती हैं।

How to Start – कैसे शुरू करें

Event planning का अनुभव प्राप्त करें और फिर अपनी खुद की event planning कंपनी शुरू करें। Social media का इस्तेमाल करके अपने business को promote करें।

Cost & Profit – लागत और मुनाफा

लागत आपके experience और events की संख्या पर निर्भर करती है। मुनाफा आपकी planning skills और client satisfaction पर depend करता है।

Specialty – विशेषता

Planning और execution skills इस field में सफल होने के लिए जरूरी हैं।

  1. Fitness & Wellness Coaching – फिटनेस और वेलनेस कोचिंग

Fitness और wellness के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ रही है। अगर आपको fitness, yoga, या किसी wellness technique में expertise है, तो आप इसे business में बदल सकती हैं।

How to Start – कैसे शुरू करें

पहले fitness या wellness से related certification course करें। फिर अपना gym, yoga center, या online fitness classes शुरू करें।

Cost & Profit – लागत और मुनाफा

शुरुआती लागत आपके course और equipment पर depend करती है। मुनाफा आपकी client base और service quality पर निर्भर करता है।

Specialty – विशेषता

Fitness knowledge और coaching skills आपकी success के key factors हैं।

  1. Agriculture & Horticulture Business – कृषि और बागवानी का व्यवसाय

Agriculture और horticulture एक traditional और फिर भी unique business idea हो सकता है। अगर आपको खेती में रुचि है, तो आप organic farming, herbal farming, या floriculture का business शुरू कर सकती हैं।

How to Start – कैसे शुरू करें

खेती की तकनीकों का knowledge प्राप्त करें और small scale पर farming शुरू करें। अपने products को local market या online बेचें।

Cost & Profit – लागत और मुनाफा

लागत आपके field के size और farming techniques पर depend करती है। Organic और herbal products की high demand के कारण मुनाफा अच्छा हो सकता है।

Specialty – विशेषता

Natural और organic farming techniques की knowledge इस business में बहुत जरूरी है।

  1. Home-Staging & Interior Designing – होम-स्टेजिंग और इंटीरियर डिजाइनिंग

अगर आपको घरों को खूबसूरत बनाने में रुचि है, तो home-staging और interior designing का business शुरू करें। यह business खासकर उन महिलाओं के लिए है जो creative हैं और designing में interest रखती हैं।

How to Start – कैसे शुरू करें

Interior designing का course करें। Portfolio बनाएं और फिर अपने designs को social media पर promote करें।

Cost & Profit – लागत और मुनाफा

शुरुआती लागत आपके experience और projects की संख्या पर निर्भर करती है। मुनाफा आपके clients की संख्या और quality of work पर निर्भर करता है।

Specialty – विशेषता

Design skills और trend awareness इस field में सफलता के लिए महत्वपूर्ण हैं।

  1. Personal Shopper & Stylist – पर्सनल शॉपर और स्टाइलिस्ट

आज के समय में फैशन और स्टाइल की बढ़ती मांग के कारण पर्सनल शॉपिंग और स्टाइलिस्ट का बिजनेस काफी लोकप्रिय हो गया है। अगर आपको फैशन में रुचि है, तो यह आपके लिए एक बेहतरीन बिजनेस हो सकता है।

How to Start – कैसे शुरू करें

पहले फैशन और स्टाइल के बारे में गहराई से अध्ययन करें और अपने skills को refine करें। अपने friends और family के लिए styling करके अनुभव प्राप्त करें और social media पर अपने work को showcase करें।

Cost & Profit – लागत और मुनाफा

प्रारंभिक लागत minimal होती है, मुख्यतः marketing और branding पर खर्च होती है। मुनाफा आपकी clients की संख्या और styling fees पर निर्भर करता है।

Specialty – विशेषता

आपकी फैशन सेंस और क्लाइंट्स को स्टाइल करने की क्षमता इस बिज़नेस की सफलता के मुख्य घटक हैं।

  1. Digital Marketing Consultancy – डिजिटल मार्केटिंग कंसल्टेंसी

Digital marketing एक Important aspect बन गया है हर business के लिए। यदि आपके पास digital marketing का अच्छा Knowledge है, तो आप digital marketing Consultancy शुरू कर सकती हैं। इसमें SEO, social media marketing, और content marketing शामिल है। जिसे आप अच्छा income generate कर सकती है।

How to Start – कैसे शुरू करें

डिजिटल मार्केटिंग के Various aspects का ज्ञान प्राप्त करें और अपने services को define करें। Freelance platforms या direct outreach के माध्यम से clients प्राप्त करें।

Cost & Profit – लागत और मुनाफा

इस बिज़नेस की लागत minimal होती है, मुख्यतः marketing और tools पर खर्च होता है। मुनाफा आपकी expertise और client base पर निर्भर करता है।

Specialty – विशेषता

आपकी डिजिटल मार्केटिंग skills और marketing trends के प्रति जागरूकता इस बिज़नेस में सफलता के लिए आवश्यक हैं।

 निष्कर्ष

इन बिजनेस आइडियाज़ के माध्यम से महिलाएं अपने कौशल और रुचियों को व्यावसायिक रूप में बदल सकती हैं। चाहे वह content writing हो, online tutoring, या home-based bakery, इन सभी आइडियाज़ को आसानी से घर से शुरू किया जा सकता है।

सफलता पाने के लिए, अपने लक्ष्यों को स्पष्ट रूप से पहचानें और उन्हें प्राप्त करने के लिए समर्पण और मेहनत करें। अपने सपनों को साकार करने का समय अब आ गया है, और सही योजना के साथ आप निश्चित रूप से अपने व्यवसाय को सफल बना सकती हैं।

अपनी यात्रा में सफलता की शुभकामनाएं!

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FAQS

 

महिलाओं के लिए सबसे अच्छे बिजनेस आइडियाज?

1.होम बेकरी: केक और कुकीज जैसी चीजें बनाकर बेचें।
2.फ्रीलांसिंग: कॉन्टेंट राइटिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग जैसी स्किल्स का उपयोग करें।
3.टिफिन सर्विस: घर का बना खाना ऑफिस या छात्रों को बेचें।
4.ब्यूटी पार्लर: घर पर या छोटे स्पेस में ब्यूटी सर्विसेस दें।
5.ऑनलाइन बुटीक: कपड़े या ज्वेलरी का ऑनलाइन बिजनेस शुरू करें।
6.योगा/फिटनेस ट्रेनिंग: घर से या ऑनलाइन क्लासेस दें


12 महीने चलने वाला बिजनेस कौन सा है?

1.क्लाउड किचन या टिफिन सर्विस: सालभर खाने की मांग रहती है।
2.ई-कॉमर्स स्टोर: कपड़े, एक्सेसरीज, और अन्य सामान ऑनलाइन बेचें।
3.डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी: सालभर डिजिटल सेवाओं की आवश्यकता रहती है।
4.ट्यूशन सेंटर या ऑनलाइन कोचिंग: छात्रों के लिए सभी सीजन में चल सकता है।
5.फ्रीलांसिंग: कॉन्टेंट राइटिंग, वेब डिज़ाइनिंग जैसी सेवाएं सालभर मांग में रहती हैं।
6.हैंडमेड प्रोडक्ट्स बिजनेस: हस्तनिर्मित सामान जैसे ज्वेलरी, होम डेकोर आदि बेचना।

सबसे तेज चलने वाला बिजनेस कौन सा है?

1.फूड ट्रक या स्ट्रीट फूड बिजनेस: तुरंत शुरुआत कर सकते हैं और डिमांड भी अधिक होती है।
2.ई-कॉमर्स ड्रॉपशिपिंग: बिना इन्वेंट्री के ऑनलाइन प्रोडक्ट बेचें।
3.फ्रीलांसिंग: डिजिटल मार्केटिंग, कंटेंट राइटिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग जैसी सेवाएं तेजी से बढ़ती हैं।
4.इवेंट प्लानिंग: शादियों, पार्टीज़, और कॉर्पोरेट इवेंट्स के लिए प्लानिंग।
5.होम टिफिन सर्विस: खासकर बड़े शहरों में घर का खाना देने की तेजी से मांग बढ़ रही है।
ये बिजनेस कम समय में शुरू किए जा सकते हैं और जल्दी बढ़ने की क्षमता रखते हैं।

हाउसवाइफ को क्या बिजनेस करना चाहिए?

1.होम बेकरी: घर से केक, कुकीज, और बेक्ड सामान बनाकर बेचें।
2.टिफिन सर्विस: घर का बना खाना ऑफिस या छात्रों को डिलीवर करें।
3.फ्रीलांसिंग: कॉन्टेंट राइटिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग, ट्रांसलेशन जैसी सेवाएं दें।
4.क्लासेस: बच्चों को ट्यूशन दें या डांस, संगीत, योगा जैसी क्लासेस चलाएं।
5.हैंडमेड प्रोडक्ट्स: हस्तनिर्मित ज्वेलरी, क्राफ्ट्स, या होम डेकोर आइटम्स बेचें।
6.ब्लॉगिंग/वीडियो ब्लॉगिंग: अपने शौक या ज्ञान के विषय पर ब्लॉग या यूट्यूब चैनल शुरू करें।
ये बिजनेस कम निवेश के साथ घर से शुरू किए जा सकते हैं और लचीले समय में किए जा सकते हैं।

5000 में कौन सा बिजनेस कर सकते हैं?

होम बेकरी या टिफिन सर्विस: कुछ आवश्यक सामग्री के साथ घर से ही खाने का बिजनेस शुरू करें।
फ्रीलांसिंग: कंटेंट राइटिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग, सोशल मीडिया मैनेजमेंट जैसी सेवाएं दें, जिसमें निवेश नहीं के बराबर होता है।
हैंडमेड प्रोडक्ट्स: कैंडल्स, ज्वेलरी, या क्राफ्ट आइटम्स बनाकर ऑनलाइन या लोकल मार्केट में बेचें।
रीसेलिंग: लोकल मार्केट से प्रोडक्ट्स खरीदें और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स जैसे WhatsApp, Facebook, या Instagram पर बेचें।
प्लांट नर्सरी: गमले और पौधे लगाकर बेचें, छोटे निवेश में शुरू हो सकता है।
ड्रॉपशिपिंग: बिना इन्वेंट्री के ऑनलाइन प्रोडक्ट्स बेचने का बिजनेस।
ये सभी बिजनेस कम लागत में शुरू हो सकते हैं और लाभदायक हो सकते हैं।

India’s 6G Vision,भारत का 6G Vision: 3 साल में Global 6G Patents में 10%

भारत का 6G Vision: का लक्ष्य | India’s 6G Vision: Targeting 10% Share in Global 6G Patents in Next 3 Years

India’s 6G Vision भारत की telecom industry एक बड़े लक्ष्य की ओर बढ़ रही है—अगले 3 सालों में 6G patents में 10% हिस्सेदारी हासिल करना और global standards में एक-छठा योगदान करना। ये ambitious लक्ष्य दर्शाता है कि India अब technology के global landscape में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है।

5G से प्रेरणा: कैसे India ने इतनी तेज़ी से 5G Technology को अपनाया

India की 5G journey एक example है कि कैसे strategic collaboration, innovation, और government support की मदद से एक complex technology को efficiently implement किया जा सकता है। केवल कुछ ही वर्षों में, India ने बड़े पैमाने पर 5G networks को deploy कर दिया, जिससे लाखों users को high-speed internet और advanced digital services मिल सकीं।

  1. Government Support और Policies: Indian government ने 5G technology के deployment के लिए एक supportive environment तैयार किया। Spectrum allocation, infrastructure development, और regulatory support जैसी policies ने इस technology को तेजी से लागू करने में मदद की।
  2. Global Collaboration: India ने global technology leaders के साथ collaborate किया ताकि देश में best practices और latest advancements लाए जा सकें। इससे India ने न केवल 5G में तेजी से कदम बढ़ाए, बल्कि global knowledge pool में भी अपना योगदान दिया।
  3. Indigenous Development: Local research और development पर ध्यान देकर, India ने अपनी technology dependency को कम किया और future innovations के लिए एक मजबूत ecosystem बनाया।
  4. Public-Private Partnership: Government और private telecom operators के बीच synergy ने 5G rollout को smooth और efficient बनाया। Companies जैसे Reliance Jio, Bharti Airtel, और Vodafone Idea ने network infrastructure को expand करने में बड़ी भूमिका निभाई।
  5. High Consumer Demand: Indian consumers के बीच high-speed internet और digital services की बढ़ती demand ने 5G adoption को तेज़ी से बढ़ावा दिया।

5G की इस सफलता ने अब 6G के ambitious vision के लिए एक मजबूत आधार तैयार किया है। 5G से सीखे गए lessons को अब 6G technology के development और deployment में लागू किया जा रहा है।

Global 6G Patents में 10% हिस्सेदारी: India का बड़ा लक्ष्य | 

Global 6G patents में 10% हिस्सेदारी हासिल करने का लक्ष्य केवल एक संख्या नहीं है; यह India की aspiration को दर्शाता है कि वह अगले generation की telecom technology में एक key player बने। Patents में significant share हासिल करके, India global telecom industry में अपनी leadership स्थापित करना चाहता है।

इसके लिए, Indian telecom companies और research institutions कई strategic areas पर focus कर रहे हैं:

  1. Advanced Research और Development: Indian telecom players cutting-edge 6G technologies को develop करने के लिए भारी निवेश कर रहे हैं। इसमें millimeter-wave communication, AI-driven networks, और quantum computing जैसी areas शामिल हैं, जो 6G ecosystem में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
  2. Collaborative Innovation: Global collaboration की importance को समझते हुए, Indian companies international research institutions और tech giants के साथ मिलकर 6G technologies को co-develop कर रही हैं। ये collaborations ensure करती हैं कि India global telecom innovation के forefront पर बना रहे।
  3. Standards Development पर Focus: Global standards में योगदान करना India की 6G strategy का एक critical aspect है। International standard-setting bodies में actively participate करके, India 6G standards को develop करने में influence डालना चाहता है, ताकि वे देश के national interests और technological capabilities के अनुरूप हों।

India's 6G Vision

Bhart6G Vision और Bhart6G Alliance की पहल |

India का 6G vision Bhart6G Vision और Bhart6G Alliance जैसे key initiatives के द्वारा driven है। ये initiatives telecom ecosystem के stakeholders को एक common goal की ओर काम करने के लिए साथ लाते हैं।

  1. Bhart6G Vision: Bhart6G Vision एक comprehensive framework के रूप में लॉन्च किया गया है, जो 6G technology के development और deployment के लिए India की strategic approach को outline करता है। यह software development, AI, और engineering में India की strengths को leverage करके एक robust 6G ecosystem बनाने पर focus करता है।
  2. Bhart6G Alliance: Bhart6G Alliance एक collaborative platform है जो telecom companies, research institutions, और government bodies को साथ लाता है ताकि 6G technology के development को accelerate किया जा सके। इस alliance का उद्देश्य एक vibrant ecosystem बनाना है जो innovation को foster करे, knowledge sharing को promote करे, और यह ensure करे कि India global 6G revolution के forefront पर बना रहे।

SAC की पहली बैठक के महत्वपूर्ण बिंदु | Key Points from SAC’s First Meeting

Stakeholders Advisory Committee (SAC) की पहली बैठक में कई critical areas की पहचान की गई जिन्हें India के 6G goals को achieve करने के लिए address करना आवश्यक है:

  1. International Standards और SEP: Committee ने India के telecom research को global standards के साथ align करने और Standard Essential Patents (SEP) में India की हिस्सेदारी बढ़ाने की importance को emphasise किया। इससे यह ensure होगा कि Indian innovations को global stage पर recognize और protect किया जाए।
  2. Telecom Connectivity Gaps: Telecom sector में connectivity gaps को address करना एक प्रमुख priority के रूप में उभर कर आया। यह ensure करना कि देश के सभी हिस्सों में reliable और high-speed telecom services उपलब्ध हों, 6G technology के सफल deployment के लिए essential है।
  3. Quality of Telecom Services: Telecom services की quality को improve करना भी एक महत्वपूर्ण focus area था। जैसे-जैसे India 6G की ओर बढ़ रहा है, यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि consumers को दी जाने वाली services की quality international standards के अनुरूप हो।

Deep Tech में India का Leadership: SAC का Vision

SAC envision करता है कि India deep-tech domain में एक global leader बने, खासकर telecom technology में। इसे achieve करने के लिए reliable wireline और intelligent wireless broadband networks का व्यापक प्रसार critical है।

SAC का मानना है कि deep-tech में leadership हासिल करके, India न केवल telecom में बल्कि healthcare, education, और manufacturing जैसे विभिन्न sectors में भी innovation को drive कर सकता है। इसके लिए infrastructure, research, और talent development में significant investment की आवश्यकता होगी।

Telecom Sector में निवेश को बढ़ावा (Policy Support to Promote Investment) 

Telecom operators एक supportive policy framework की मांग कर रहे हैं जो sector में investment को encourage करे। 100% broadband coverage हासिल करने और यह सुनिश्चित करने के लिए कि India global telecom market में competitive बना रहे, यह आवश्यक है कि एक ऐसा environment बनाया जाए जो innovation को foster करे और investment को attract करे।

इस प्रक्रिया में government की भूमिका crucial है। Necessary regulatory support और investment के लिए incentives प्रदान करके, सरकार यह सुनिश्चित कर सकती है कि India का 6G vision एक हकीकत बन जाए।

सरकार की भूमिका: Scindia का निर्देश

Union Telecom Minister Jyotiraditya Scindia ने SAC (Stakeholders Advisory Committee) के सदस्यों से discuss किए गए targets को achieve करने के लिए एक critical path को define करने को कहा है। उन्होंने सभी stakeholders, including government, industry players, और research institutions की roles और responsibilities को clear करने पर जोर दिया।

निष्कर्ष

India का 6G vision न केवल देश को telecom technology के global map पर मजबूती से स्थापित करने का एक ambitious लक्ष्य है, बल्कि यह innovation, collaboration, और strategic planning का एक उत्कृष्ट उदाहरण भी है। 5G technology की सफलतापूर्वक और तेज़ी से adoption ने यह दिखाया है कि India के पास न केवल advanced technologies को implement करने की क्षमता है, बल्कि global telecom industry में leadership की भूमिका निभाने का भी potential है।

Bhart6G Vision और Bhart6G Alliance जैसे initiatives ने एक मजबूत foundation तैयार किया है, जिससे India global 6G patents में significant हिस्सेदारी हासिल करने और international standards में एक प्रमुख योगदानकर्ता बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। यह प्रयास केवल telecom sector तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि healthcare, education, manufacturing जैसे अन्य critical domains में भी innovation को प्रेरित करेगा।

SAC की guidance में, industry leaders और government का collaborative effort, policy support, और advanced research and development पर focus, India के 6G goals को achieve करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। अगर ये सभी elements सही तरीके से align होते हैं, तो India न केवल एक deep-tech leader बन सकता है, बल्कि global telecom landscape में भी एक स्थायी छाप छोड़ सकता है।

यहां से आगे बढ़ते हुए, यह imperative है कि सभी stakeholders मिलकर काम करें, ताकि India का 6G vision एक ठोस हकीकत बन सके, और देश एक बार फिर से technology के global arena में अपनी क्षमता और सामर्थ्य को साबित कर सके।

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LTCG Exemption Limit, Taxation on Mutual Funds, Shares, and Property

  आइये समझते है LTCG Exemption Limit, Mutual Funds, Shares, और Property यानि रियल स्टेट पर कितना लगेगा। इस से पहले समझते है। What is LTCG?

 What is LTCG? | एलटीसीजी क्या है?

Long-Term Capital Gains (LTCG) वह लाभ है जो किसी पूंजीगत संपत्ति, जैसे कि शेयर, म्यूचुअल फंड या रियल एस्टेट, को एक निर्दिष्ट अवधि तक रखने के बाद उसकी बिक्री से प्राप्त होता है। यदि संपत्ति को 12 महीने (for shares and equity mutual funds) या 24/36 महीने (for property) से अधिक समय तक रखा जाता है, तो उस पर होने वाला लाभ लॉन्ग-टर्म के रूप में वर्गीकृत किया जाता है।

LTCG Exemption Limit,म्यूचुअल फंड्स, शेयरों और प्रॉपर्टी पर


अब समझते हैं।  LTCG Exemption Limit for Mutual Funds, Shares, और Property के लिए।

LTCG Exemption Limit इक्विटी शेयर और म्यूचुअल फंड्स:– यदि 12 महीने से अधिक समय तक रखा जाता है, तो LTCG पर 10% कर लगता है, जिसमें indexation का लाभ नहीं होता।

LTCG Exemption Limit Real Estate | रियल एस्टेट :-24 या 36 महीने से अधिक समय तक रखी गई प्रॉपर्टी के लिए, LTCG पर indexation लाभ के साथ 20% कर लगाया जाता है।

LTCG Exemption Limit Debt Mutual Funds डेब्ट म्यूचुअल फंड्स:-36 महीने से अधिक समय तक रखे गए Debt Mutual Funds पर LTCG indexation के साथ 20% की दर से कर योग्य होता है।

LTCG Exemption Limit Gold/Other Assets | सोना/अन्य संपत्तियां:-Real Estate की तरह, 36 महीने से अधिक समय तक रखे गए सोने और अन्य संपत्तियों पर LTCG को indexation के साथ 20% की दर से कर लगाया जाता है।

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 LTCG Exemption Limit | एलटीसीजी छूट सीमा

वर्तमान कर कानूनों के अनुसार, एक वित्तीय वर्ष में equity shares और equity-oriented mutual funds की बिक्री पर ₹1 lakh तक की LTCG कर से मुक्त होती है। इसका मतलब है कि यदि आपके इन निवेशों से प्राप्त लॉन्ग-टर्म गेंस ₹1 lakh से कम हैं, तो आपको उस पर कोई टैक्स नहीं देना होगा।

LTCG Exemption Limit

LTCG on Mutual Funds | म्यूचुअल फंड्स पर एलटीसीजी

Mutual Funds, विशेष रूप से equity-oriented mutual funds पर LTCG, यदि वित्तीय वर्ष में ₹1 लाख से अधिक लाभ होता है, तो 10% की दर से कर लगाया जाता है। हालांकि, यहां इंडेक्सेशन लाभ नहीं दिया जाता है, जिसका अर्थ है कि LTCG की गणना करते समय आप मुद्रास्फीति के लिए खरीद मूल्य को समायोजित नहीं कर सकते।

LTCG on Shares | शेयरों पर एलटीसीजी

शेयरों से प्राप्त LTCG पर कराधान Mutual Funds के समान है। यदि शेयर 12 महीने से अधिक समय तक रखे जाते हैं, तो वित्तीय वर्ष में ₹1 लाख से अधिक का कोई भी लाभ 10% की दर से कर योग्य होता है। यहां भी indexation लाभ उपलब्ध नहीं है।

LTCG on Sale of Property | प्रॉपर्टी की बिक्री पर एलटीसीजी

Real Estate के लिए, LTCG के लिए योग्यता प्राप्त करने की holding अवधि 24 से 36 महीने है। प्रॉपर्टी की बिक्री पर LTCG को indexation लाभों की अनुमति देने के बाद 20% की दर से कर लगाया जाता है। indexation मुद्रास्फीति के अनुसार प्रॉपर्टी के खरीद मूल्य को समायोजित करने में मदद करता है, जिससे कर योग्य लाभ कम हो जाते हैं।

How to Avoid LTCG Tax on Mutual Funds | म्यूचुअल फंड्स पर एलटीसीजी टैक्स कैसे बचाएं?

म्यूचुअल फंड्स पर एलटीसीजी टैक्स को कम करने या बचाने के लिए कुछ रणनीतियां हैं:

  • Systematic Transfer Plan (STP): इसमें एक equity fund से धीरे-धीरे धन को एक डेट फंड में स्थानांतरित करना शामिल है, जिससे लाभ को कई वित्तीय वर्षों में प्रबंधित और वितरित किया जा सके।
  • Tax Harvesting: आप प्रत्येक वर्ष ₹1 लाख तक का कर-मुक्त लाभ प्राप्त करने के लिए कुछ units को बेच सकते हैं और फिर उन्हें पुनः खरीद सकते हैं।

 LTCG and Budget 2024 | एलटीसीजी और बजट 2024

The Union Budget 2024  में LTCG कर व्यवस्था में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं किया गया। छूट सीमा और कर दरें समान बनी रहीं, जिससे निवेशकों के लिए एक स्थिर वातावरण बना रहा।

STCG and LTCG | एसटीसीजी और एलटीसीजी

जहां LTCG is for long-term अवधि की संपत्तियों के लिए है, वहीं Short-Term Capital Gains (STCG) छोटी अवधि के लिए रखी गई संपत्तियों के लिए है। STCG पर उच्च दर (15% for equity) से कर लगाया जाता है और इसमें LTCG की तरह छूट सीमा नहीं होती है।

Conclusion:निष्कर्ष:

LTCG Meaning and Implications |  एलटीसीजी का अर्थ और प्रभाव :-LTCG को समझना प्रभावी वित्तीय योजना के लिए महत्वपूर्ण है। कर प्रभाव संपत्ति वर्ग के आधार पर भिन्न होते हैं, और नियमों को जानकर आप टैक्स देयता को कम करते हुए रिटर्न को अनुकूलित कर सकते हैं।

FAQ

1. लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेंस (एलटीसीजी) क्या है?

एलटीसीजी किसी पूंजीगत संपत्ति की बिक्री से प्राप्त लाभ को दर्शाता है जिसे लंबी अवधि के लिए रखा गया हो। इसमें शेयर, म्यूचुअल फंड्स और रियल एस्टेट शामिल हैं।

2. शेयरों और म्यूचुअल फंड्स पर एलटीसीजी की छूट सीमा क्या है?

शेयरों और इक्विटी-ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड्स पर एक वित्तीय वर्ष में ₹1 लाख तक का एलटीसीजी कर-मुक्त है।

3.रियल एस्टेट पर एलटीसीजी पर कैसे कर लगाया जाता है?

.रियल एस्टेट पर एलटीसीजी पर 24/36 महीने से अधिक समय तक प्रॉपर्टी रखने पर इंडेक्सेशन लाभ के साथ 20% की दर से कर लगाया जाता है।

4. शेयरों पर एलटीसीजी के लिए योग्य होने की होल्डिंग अवधि क्या है?

शेयरों पर एलटीसीजी के लिए योग्य होने की होल्डिंग अवधि 12 महीने से अधिक है।

5.म्यूचुअल फंड्स पर एलटीसीजी के लिए कोई इंडेक्सेशन लाभ उपलब्ध है?

नहीं, इक्विटी-ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड्स पर एलटीसीजी पर इंडेक्सेशन लाभ के बिना 10% की दर से कर लगाया जाता है

6.मैं म्यूचुअल फंड्स पर एलटीसीजी टैक्स से कैसे बच सकता हूँ?

आप सिस्टमेटिक ट्रांसफर प्लान (STP) और टैक्स हार्वेस्टिंग जैसी रणनीतियों के माध्यम से एलटीसीजी टैक्स से बच सकते हैं या इसे कम कर सकते हैं।

7. सोने और अन्य संपत्तियों पर एलटीसीजी कर दर क्या है?

36 महीने से अधिक समय तक रखे गए सोने और अन्य संपत्तियों पर एलटीसीजी पर इंडेक्सेशन के साथ 20% की दर से कर लगाया जाता है।

8.बजट 2024 में एलटीसीजी में क्या बदलाव किए गए?

बजट 2024 ने एलटीसीजी कर व्यवस्था में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं किया; छूट सीमा और कर दरें अपरिवर्तित बनी रहीं

9.एसटीसीजी और एलटीसीजी में क्या अंतर है?

एसटीसीजी छोटी अवधि के लिए रखी गई संपत्तियों से प्राप्त लाभ को दर्शाता है और इस पर उच्च दरों पर कर लगाया जाता है, जबकि एलटीसीजी लंबी अवधि की संपत्तियों के लिए होता है और इसकी कर दर कम होती है।

10.शेयरों पर एलटीसीजी कर दर क्या है?

यदि होल्डिंग अवधि 12 महीने से अधिक है और लाभ एक वित्तीय वर्ष में ₹1 लाख से अधिक है, तो शेयरों पर एलटीसीजी 10% की दर से कर योग्य होता है।

Indexation Benefits & LTCG tax affect on long-term investments

क्या LTCG टैक्स बदलाव रियल एस्टेट को प्रभावित करेगा?

Indexation Benefits and Their Impact on Real Estate Investments | सूचकांक लाभ और उनका रियल एस्टेट निवेश पर प्रभाव:- Indexation उन मामलों में Benefits हो सकता है जहाँ संपत्ति की मूल्यवृद्धि मुद्रास्फीति दर के करीब है। नए संशोधनों से real estate sector में Short-term निवेश को बढ़ावा मिल सकता है, जबकि long-term निवेश पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है, 

Impact on Tier II Cities and New Property Buyers

टियर II शहरों और नए संपत्ति खरीदारों पर प्रभाव:- नए संपत्ति खरीदारों को Indexation Benefits नहीं मिलेगा, और उन्हें टियर II शहरों में निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण कर प्रभाव का सामना करना पड़ सकता है।

Government’s Amendments:सरकार के संशोधन:

Choosing Between Two Tax Regimes दो कर व्यवस्थाओं के बीच चयन:-7 अगस्त को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि Indexation Benefits  को हटाने और LTCG टैक्स को कम करने का निर्णय संपत्ति वर्गों, जिनमें रियल एस्टेट भी शामिल है, को सरल बनाने के उद्देश्य से लिया गया था।

Rs 1-2 Crore Segment: और अल्पकालिक निवेश

A New Era for Short-Term Investments  अल्पकालिक निवेश के लिए एक नया युग:-विशेषज्ञों ने कहा कि नए संशोधन से 1-2 करोड़ रुपये के आवास सेगमेंट में निवेश बढ़ेगा, जिसमें सबसे अधिक मूल्यवृद्धि दर है और तेजी से रिटर्न मिलता है।

Affect on Luxury and Affordable Housing 

लक्ज़री और सस्ती आवास: अलग-अलग प्रभाव:- लक्ज़री सेगमेंट (5 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियाँ) के लिए लगभग 95 प्रतिशत अंत उपयोगकर्ता बने रहेंगे, जबकि सस्ती आवास सेगमेंट पर इसका कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा।

Indexation Benefits & LTCG tax affect

Changing Dynamics: From Long-Term to Short-Term Investments

बदलते परिदृश्य: दीर्घकालिक से अल्पकालिक निवेश की ओर विशेषज्ञों ने विशेष रूप से मिड-सेगमेंट संपत्तियों में अल्पकालिक निवेश की ओर बदलाव की भविष्यवाणी की है, जहाँ निवेशक पांच वर्षों के भीतर बाहर निकलने की संभावना रखते हैं।

Conclusion: निष्कर्ष:

Real Estate Investment Strategies in a New Era  एक नए युग में रियल एस्टेट निवेश रणनीतियाँ:-जैसे-जैसे कर प्रोत्साहन घटते हैं, रियल एस्टेट में निवेश निर्णय लेने के समय ध्यान कर लाभ से अन्य कारकों की ओर शिफ्ट हो सकता है।

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FAQ

LTCG टैक्स क्या है?

LTCG stands for Long-Term Capital Gains. ये वो टैक्स है जो आपको अपनी संपत्ति को लंबे समय तक रखने के बाद बेचने पर चुकाना पड़ता है।

रियल एस्टेट के लिए LTCG टैक्स में क्या बदलाव हुआ है?

The government has removed the indexation benefit and reduced the LTCG tax from 20% to 12.5%. सरकार ने सूचकांक लाभ को हटा दिया है और LTCG टैक्स को 20% से घटाकर 12.5% कर दिया है।

Indexation क्या होता है?

Indexation adjusts the purchase price of an asset for inflation, reducing the taxable gain. ये मुद्रास्फीति के लिए संपत्ति की खरीद कीमत को समायोजित करता है, जिससे कर योग्य लाभ कम हो जाता है।

सूचकांक लाभ हटाने से निवेशकों पर क्या असर पड़ेगा?

निवेशकों को दीर्घकालिक लाभ पर अधिक कर चुकाना पड़ सकता है, खासकर अगर संपत्ति की मूल्यवृद्धि मुद्रास्फीति दर के करीब है।

क्या मैं अभी भी पुराने और नए कर व्यवस्थाओं के बीच चुन सकता हूँ?

हाँ, 23 जुलाई 2024 से पहले खरीदी गई संपत्तियों के लिए आप 12.5% टैक्स बिना सूचकांक या 20% सूचकांक के साथ चुन सकते हैं।

ये बदलाव रियल एस्टेट में दीर्घकालिक निवेश को कैसे प्रभावित करेंगे?

कर लाभ कम होने से दीर्घकालिक निवेश का आकर्षण कम हो सकता है।

क्या अल्पकालिक निवेश अधिक लोकप्रिय हो जाएंगे?

हाँ, अल्पकालिक निवेश अधिक लोकप्रिय हो सकते हैं क्योंकि वे बिना सूचकांक के तेजी से रिटर्न देते हैं।

टियर II शहरों पर क्या प्रभाव पड़ने की संभावना है?

सूचकांक हटाने से टियर II शहरों में निवेश पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जहाँ कर महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

1-2 करोड़ रुपये के आवास सेगमेंट पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

इस सेगमेंट में मांग बढ़ सकती है क्योंकि यह उच्च मूल्यवृद्धि दर और तेजी से रिटर्न प्रदान करता है।

Ola Electric Launches Roadster E-Motorcycle Series

Ola Electric ने ‘Roadster E-Motorcycle Series’लॉन्च की | 

Ola Electric ने गुरुवार को अपनी बहुप्रतीक्षित Roadster E-Motorcycle Series लॉन्च की है, जिसकी शुरुआती कीमत ₹74,999 रखी गई है। इस सीरीज में तीन वेरिएंट्स—Ola Roadster, Ola Roadster X, और Ola Roadster Pro—शामिल हैं, जो अलग-अलग उपभोक्ताओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किए गए हैं।

Ola Roadster Electric: Price and Delivery Timeline

ओला रोडस्टर इलेक्ट्रिक की कीमत और डिलीवरी :- Ola Roadster Pro की डिलीवरी दिवाली 2024 से शुरू होगी, जबकि Ola Roadster X और Ola Roadster की डिलीवरी जनवरी 2025 से शुरू होने की योजना है। इस सीरीज में विभिन्न मॉडलों की कीमतें इस प्रकार हैं:

3.5kWh वेरिएंट:- ₹1.04 लाख
4.5kWh वेरिएंट:- ₹1.19 लाख
6kWh वेरिएंट:-    ₹1.39 लाख

ओला रोडस्टर एक्स सीरीज एक अधिक बजट-फ्रेंडली विकल्प है, जिसमें 2.5kWh मॉडल की कीमत ₹74,000, 3.5kWh मॉडल ₹85,000, और 4.5kWh मॉडल ₹99,000 रखी गई है।

 Vision and Strategy of Ola Electric

ओला इलेक्ट्रिक का दृष्टिकोण और रणनीति :-ओला इलेक्ट्रिक के सीईओ भविश अग्रवाल ने ‘संकल्प 2024’ इवेंट में इस नई सीरीज की घोषणा करते हुए कहा कि Ola Roadster Electric  भारतीय उपभोक्ताओं को किफायती और उच्च गुणवत्ता वाले ईवी विकल्प प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने यह भी बताया कि Ola Electric जिसने केवल तीन साल पहले अपना पहला ola electric scooter लॉन्च किया था, आज दुनिया के सबसे बड़े दोपहिया ईवी निर्माताओं में से एक बन गया है।

 Ola Electric Financial Report

ओला इलेक्ट्रिक की वित्तीय रिपोर्ट :-ओला इलेक्ट्रिक ने हाल ही में अपनी वित्तीय रिपोर्ट जारी की है, जिसमें कंपनी ने Q1FY25 के लिए ₹347 करोड़ का शुद्ध नुकसान दर्ज किया है। हालांकि, कंपनी का राजस्व 32% की वृद्धि के साथ ₹1,644 करोड़ तक पहुंच गया है। Ola Electric ने इस तिमाही में 1,25,198 यूनिट्स की डिलीवरी की, जो पिछले साल की समान अवधि में 70,575 यूनिट्स थी।

इसके अलावा, ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में भी 2.6% की बढ़ोतरी देखी गई, जो दर्शाता है कि कंपनी के निवेशक इसके भविष्य को लेकर सकारात्मक हैं। ओला इलेक्ट्रिक ने Q1FY25 में ₹205 करोड़ का EBITDA नुकसान दर्ज किया है, जो पिछले वर्ष के ₹218 करोड़ के मुकाबले थोड़ा कम है।

Ola Electric Launches Roadster

 Conclusion

निष्कर्ष:-ओला इलेक्ट्रिक की Ola Roadster Electric series ने ईवी बाजार में एक नया अध्याय शुरू किया है। कंपनी की वित्तीय रिपोर्ट से यह स्पष्ट होता है कि Ola Electric तेजी से विकास कर रहा है और ‘Ola Roadster Electric series के माध्यम से भारतीय उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता और किफायती e-motorcycle series विकल्प प्रदान करने की दिशा में अग्रसर है।

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FAQ:-

ओला रोडस्टर इलेक्ट्रिक की शुरुआती कीमत क्या है?

ओला रोडस्टर इलेक्ट्रिक की शुरुआती कीमत ₹74,999 है।

ओला रोडस्टर की डिलीवरी कब से शुरू होगी?

ओला रोडस्टर प्रो की डिलीवरी दिवाली 2024 से और ओला रोडस्टर एक्स और रोडस्टर की डिलीवरी जनवरी 2025 से शुरू होगी।

ओला इलेक्ट्रिक की वित्तीय स्थिति क्या है?

ओला इलेक्ट्रिक की वित्तीय रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने Q1FY25 में ₹347 करोड़ का शुद्ध नुकसान दर्ज किया है, लेकिन राजस्व में 32% की वृद्धि हुई है, जो ₹1,644 करोड़ तक पहुंच गया है।

Mobikwik: लाभप्रदता की ओर मजबूत कदम, Prepaid Payment instruments 2024 में 23% तक पहुंच गया है।

  Mobikwik  सहसंस्थापक उपासना टाकु FY24 में सफलता को लेकर आश्वस्त है।

Mobikwik का Prepaid payment instruments (PPI)  बहुत तेजी से बढ़ रहा है। मई में 23% तक पहुंच गया है। साथ ही  कंपनी IPO के लिए तैयार है। दोस्तों जैसा की  आपको पता है।मोबाइल  वॉलेट और वित्तीय सेवाओं का प्लेटफॉर्म और पयोगकर्ताओं को पैसे भेजने और प्राप्त करने, व्यवसायों और उपयोगिता बिलों का भुगतान करने, ऑनलाइन या स्टोर्स में खरीदारी करने, और त्वरित डिजिटल ऋण जैसी वित्तीय उत्पादों तक पहुंच प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करने वाली कंपनी Mobikwik  और उसके सह-संस्थापक उपासना टाकु  ने लेकर आश्वस्त की  FY24  कंपनी के लिए बहुत अच्छा होने वाला है।   क्यों की कंपनी का Prepaid payment instruments (PPI)  बहुत तेजी से बढ़ रहा है।

Mobikwik & Prepaid payment instruments (PPI) 2024

  • Mobikwik वित्तीय वर्ष 2023-24 में लाभप्रदता हासिल करने की राह पर है, सह-संस्थापक और सीएफओ उपासना टाकु के अनुसार।
  • कंपनी का Prepaid payment instruments (PPI) वॉलेट तेजी से बढ़ रहा है, मई में 23% तक पहुंच गया है।
  • Mobikwik ने खर्चों को आधा कर दिया है, जिससे लाभप्रदता में सुधार हुआ है।
  • कंपनी IPO के लिए तैयार है और अगले सप्ताह वित्तीय वर्ष 24 के परिणाम जारी करने की उम्मीद है।

Prepaid Payment instruments Mobikwik

Mobikwik IPO 2024 IPO की तैयारी में

Mobikwik, एक फिनटेक यूनिकॉर्न जो IPO की तैयारी कर रहा है, वित्तीय वर्ष 2023-24 में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है। कंपनी पूरे वर्ष लाभप्रदता हासिल करने के लिए तैयार है, यह दर्शाता है कि यह एक मजबूत और टिकाऊ व्यवसाय मॉडल विकसित कर रहा है।

वॉलेट की मात्रा 23% तक बढ़ गया

इस सफलता के पीछे मुख्य कारक Prepaid payment instruments (PPI) वॉलेट में मजबूत वृद्धि है। मई में, वॉलेट की मात्रा 23% तक बढ़ गई, जो दर्शाता है कि अधिक से अधिक लोग भुगतान के लिए Mobikwik का उपयोग कर रहे हैं।

इसके अलावा, कंपनी ने अपनी लागतों को भी कम किया है, जो लाभप्रदता को और बढ़ावा देता है। 2024 की पहली छमाही में, Mobikwik ने अपने खर्चों को 50% तक कम कर दिया, जिससे उसे लाभप्राप्ति में मदद मिली।

कुल मिलाकर, Mobikwik मजबूत वित्तीय प्रदर्शन दिखा रहा है और IPO के लिए तैयार है। सह-संस्थापक और सीएफओ उपासना टाकु FY24 में सफलता को लेकर आश्वस्त हैं, और कंपनी आने वाले वर्षों में और भी अधिक विकास हासिल करने की उम्मीद करती है।

सारांश

Mobikwik लाभ की ओर बढ़ रहा है! कंपनी Prepaid payment instruments भुगतान वॉलेट की मजबूत वृद्धि और लागत में कटौती के कारण वित्तीय वर्ष 2023-24 में लाभ कमाने की राह पर है।

अर्थात, Mobikwik इस वित्तीय वर्ष में लाभ कमाने की उम्मीद कर रहा है, जो इस बात का संकेत है कि कंपनी एक मजबूत और टिकाऊ व्यापार मॉडल विकसित कर रही है।

और अधिक जानकारी के लिए ये भी पढ़े। इंडियन ऑयल का बड़ा लक्ष्य: 2030

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प्रश्न:Mobikwik के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 कैसा रहने वाला है?

उत्तर:Mobikwik के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 काफी अच्छा रहने वाला है। कंपनी इस पूरे वर्ष लाभ कमाने की उम्मीद कर रही है।

प्रश्न: Mobikwik की लाभप्रदता में क्या मदद कर रहा है?

उत्तर: Mobikwik की लाभप्रदता में दो मुख्य कारक मदद कर रहे हैं: पहला, कंपनी के Prepaid payment instruments (PPI) वॉलेट में मजबूत वृद्धि और दूसरा, लागत में कटौती।

प्रश्न: Mobikwik के PPI वॉलेट का प्रदर्शन कैसा रहा है?

उत्तर: Mobikwik के Prepaid payment instruments (PPI )वॉलेट ने शानदार प्रदर्शन किया है। मई तक, वॉलेट की मात्रा में 23% की वृद्धि देखी गई है, जो दर्शाता है कि अधिक लोग भुगतान के लिए Mobikwik का इस्तेमाल कर रहे हैं।

प्रश्न: Mobikwik ने लागत कम करने के लिए क्या कदम उठाए?

उत्तर: लेख में इस बारे में विशिष्ट जानकारी नहीं दी गई है कि Mobikwik ने लागत कम करने के लिए क्या कदम उठाए, लेकिन यह बताया गया है कि कंपनी ने अपने खर्चों में 50% की कमी की है।

प्रश्न: Mobikwik की भविष्य की योजनाएं क्या हैं?

उत्तर: Mobikwik IPO के लिए तैयार है और आने वाले वर्षों में और भी अधिक विकास हासिल करने की उम्मीद कर रही है।

Indian Oil’s Big Goal: 20 Million Tonnes LNG Business by 2030

इंडियन ऑयल का बड़ा लक्ष्य: 2030 तक 20 मिलियन टन LNG कारोबार Indian Oil’s Big Goal Business by 2030 

नई दिल्ली: भारत की सबसे बड़ी तेल और गैस कंपनी, इंडियन ऑयल (Indian Oil) अपनी तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LNG) कारोबार को 2030 तक 20 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) तक बढ़ाने की योजना बना रही है। यह मौजूदा 7.8 MTPA से ढाई गुना से अधिक होगा। यह जानकारी Money control, Yahoo News, और THE Print सहित कई विश्वसनीय समाचार स्रोतों द्वारा रिपोर्ट की गई है।

Indian oil target 2030

 विकास प्रमुख सुजॉय चौधरी ( Indian oil Big Goal Business by 2030)

विकास प्रमुख सुजॉय चौधरी ने गुरुवार को एक उद्योग सम्मेलन में यह घोषणा करते हुए कहा कि बिजली क्षेत्र भारत में LNG की मांग को बढ़ाने में एक प्रमुख कारक होगा। उन्होंने बताया कि देश में बिजली उत्पादन में तेजी से बढ़ते कोयले की जगह LNG का इस्तेमाल बढ़ रहा है। इसके अलावा, LNG का इस्तेमाल उर्वरक, पेट्रोकेमिकल्स और स्टील जैसे उद्योगों में भी बढ़ रहा है।

इंडियन ऑयल (Indian Oil) ने LNG कारोबार को बढ़ाने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। इनमें LNG टर्मिनलों और रिगैसिफिकेशन प्लांट्स की स्थापना, LNG पाइपलाइन नेटवर्क का विस्तार और LNG बंकरिंग सुविधाओं का विकास शामिल है।

कंपनी का मानना है कि LNG भारत के ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। LNG एक स्वच्छ ईंधन है जो कोयले और तेल की तुलना में कम प्रदूषण पैदा करता है। यह भारत के जलवायु परिवर्तन लक्ष्यों को प्राप्त करने में भी मदद करेगा।

सूत्रों के अनुसार, इंडियन ऑयल पहले से ही कई देशों से LNG की खरीद के लिए बातचीत कर रहा है। कंपनी घरेलू गैस उत्पादन को बढ़ाने के लिए भी कदम उठा रही है।

यह कदम भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण योगदान देगा और देश को ऊर्जा सुरक्षा प्रदान करने में मदद करेगा।

 

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ITC Salary “आईटीसी में करोड़पति कर्मचारियों की संख्या बढ़ी”

ITC Salary: – आईटीसी में करोड़पति कर्मचारियों की धमाकेदार एंट्री!

आईटीसी Limited में इस साल बड़ी तादाद में ऐसे कर्मचारी शामिल हुए जिनकी सालाना कमाई एक करोड़ रुपये से ऊपर है! पिछले साल के मुकाबले इस बार यह आंकड़ा 24% ज्यादा है. कंपनी की रिपोर्ट के अनुसार 68 नए उच्च-पदस्थ अधिकारी करोड़पति क्लब में शामिल हुए, जिससे कुल करोड़पति कर्मचारियों की संख्या 350 हो गई.

यह उछाल इस बात का संकेत है कि आईटीसी का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है जिस से  ITC Salary  देने में कोई कमी नहीं कर रहा है। और कंपनी को मुनाफा भी अच्छा हो रहा है. कुल मिलाकर कर्मचारियों पर होने वाला खर्च भी 7% बढ़ा है, जिसमें वेतन और तनख्वाह शामिल है.

अखबारों की रिपोर्ट्स के मुताबिक, आईटीसी अपने कारोबार को लगातार फैला रही है, इसीलिए उन्हें ज्यादा लोगों की जरूरत पड़ रही है. पिछले 2-3 सालों में कंपनी ने 8 नए कारखाने और 2 होटल खोले हैं.

कंपनी के मुनाफे में भी 24% का इजाफा हुआ है. मार्च 2024 तक आईटीसी के 24,567 स्थायी कर्मचारी थे. इन कर्मचारियों की औसत कमाई में भी 10% की बढ़ोत्तरी हुई है. वहीं, अगर मैनेजमेंट के टॉप लोगों को छोड़ दें, तो बाकी कर्मचारियों की औसत कमाई में 9% का इजाफा हुआ है. ITC Salary  देने के साथ अपना employee भी बढ़ा रहा है। इस से साफ जाहिर है कंपनी ग्रो कर रही है.

गौर करने वाली बात ये है कि पुरुष कर्मचारियों की औसत कमाई महिला कर्मचारियों से थोड़ी ज्यादा है.

आपको बता दें कि आईटीसी सिर्फ सिगरेट ही नहीं बनाती, बल्कि पैकेटबंद खाने का सामान, कागज और कार्डबोर्ड, होटल, खेती से जुड़े सामान और दैनिक उपयोग की चीज़ें (FMCG) भी बनाती है.

ITC Salary

ITC में करोड़पति कर्मचारियों की संख्या में भारी उछाल 24% से ज्यादा: मुख्य बिंदु

कर्मचारी:

  • एक करोड़ रुपये से अधिक सालाना कमाने वाले कर्मचारियों की संख्या में 24.11% की वृद्धि हुई है। जिस से  ITC Salary देने में आगे है।
  • वित्त वर्ष 2023-24 में 68 अतिरिक्त उच्च-पदस्थ अधिकारी शीर्ष Salary ब्रैकेट में शामिल हुए।
  • कुल मिलाकर, 350 कर्मचारी अब एक करोड़ रुपये से अधिक कमाते हैं।
  • कर्मचारियों का औसत Salary 10% बढ़ा है।
  • पुरुष कर्मचारियों का औसत वेतन ₹7,14,281 है, जबकि महिला कर्मचारियों का औसत Salary ₹7,03,725 है।

कंपनी:

  • आईटीसी ने वित्त वर्ष 2024 में कर्मचारी लाभों पर ₹6,134.35 करोड़ रुपये खर्च किए।
  • यह पिछले वर्ष की तुलना में 6.9% की वृद्धि है।
  • कंपनी ने पिछले दो से तीन वर्षों में पूरे भारत में आठ नए कारखाने और दो होटल खोले हैं।
  • आईटीसी का लाभ 24.5% बढ़कर ₹18,753.31 करोड़ रुपये हो गया है।
  • कंपनी तंबाकू, पैकेज्ड फूड, पेपर और पेपरबोर्ड, आतिथ्य, कृषि वस्तुओं और स्वास्थ्य और व्यक्तिगत देखभाल (FMCG) सहित विभिन्न क्षेत्रों में कारोबार करती है

सारांश ITC Salary

आईटीसी में इस साल एक करोड़ रुपये से अधिक सालाना कमाने वाले कर्मचारियों की संख्या में 24% की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। 68 नए कर्मचारी इस शीर्ष Salary ब्रैकेट में शामिल हुए, जिससे कुल संख्या 350 हो गई।

यह वृद्धि कंपनी के विस्तार और लाभप्रदायकता में 24.5% की वृद्धि दर्शाती है। आईटीसी ने पिछले दो वर्षों में 8 नए कारखाने और 2 होटल खोले हैं, जिसके लिए अधिक कर्मचारियों की आवश्यकता हुई है।

कर्मचारियों का औसत वेतन 10% बढ़ा है, जिसमें पुरुषों का औसत वेतन ₹7,14,281 और महिलाओं का औसत वेतन ₹7,03,725 है।

आईटीसी तंबाकू, पैकेज्ड फूड, पेपर, आतिथ्य, कृषि और FMCG सहित विभिन्न क्षेत्रों में काम करती है।

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प्रश्न:-1. वित्त वर्ष 2024 में आईटीसी में करोड़पति (वार्षिक ₹1 करोड़ से अधिक कमाने वाले) कर्मचारियों की संख्या में कितनी वृद्धि हुई?

उत्तर: वित्त वर्ष 2024 में करोड़पति कर्मचारियों की संख्या में 24.11% की वृद्धि हुई।

प्रश्न:-2. वित्त वर्ष 2024 में कितने नए कर्मचारी शीर्ष वेतन वाले वर्ग में शामिल हुए?

उत्तर: 68 नए कर्मचारी शीर्ष वेतन वाले वर्ग में शामिल हुए।

प्रश्न:-3. वित्त वर्ष 2024 तक आईटीसी में कुल कितने करोड़पति कर्मचारी हैं?

उत्तर: अब 350 कर्मचारी सालाना ₹1 करोड़ से अधिक कमा रहे हैं।

प्रश्न:-4. उच्च कमाई करने वाले कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि आईटीसी के बारे में क्या बताती है?

उत्तर: यह बताता है कि आईटीसी का कारोबार और लाभप्रदायकता बढ़ रही है।

प्रश्न:-5. वित्त वर्ष 2024 में आईटीसी ने कर्मचारी लाभों पर कितना खर्च किया?

उत्तर: आईटीसी ने कर्मचारी लाभों पर ₹6,134.35 करोड़ रुपये खर्च किए, जिसमें वेतन और मजदूरी पर ₹5,352.94 करोड़ रुपये शामिल हैं।

प्रश्न:-6.आईटीसी ने अपने कार्यों का विस्तार कैसे किया है?

उत्तर: कंपनी ने पिछले दो से तीन वर्षों में पूरे भारत में आठ नए कारखाने और दो होटल खोले हैं।

प्रश्न:-7. क्या आईटीसी की लाभप्रदायकता में भी वृद्धि हुई?

उत्तर: हां, वित्त वर्ष 2023 में आईटीसी का लाभ 24.5% बढ़कर ₹18,753.31 करोड़ रुपये हो गया।

प्रश्न:-8.वित्त वर्ष 2024 में आईटीसी कर्मचारियों (केएमपी को छोड़कर) के लिए औसत वेतन वृद्धि क्या थी?

उत्तर: औसत पारिश्रमिक में 9% की वृद्धि हुई, जबकि माध्य वेतन में 5% की वृद्धि हुई (केएमपी को छोड़कर)।

Tata Motors के शेयरों में कटौती, Maruti Suzuki के स्टॉक में बढ़ोतरी, अगस्त बिक्री डेटा का असर।

Tata Motors के शेयरों में कटौती, Maruti Suzuki के स्टॉक में बढ़ोतरी, अगस्त बिक्री डेटा का असर।

अगस्त में पैसेंजर वाहनों के सेगमेंट में Tata Motors ने 45,513 इकाइयाँ बेची, जो साल पहले माह की 47,166 इकाइयों के 3.5 प्रतिशत कम हैं। इसमें Tata Motors के पैसेंजर वाहनों और Tata Passenger Electric Mobility के बिक्री शामिल हैं।

Tata Motors के शेयर्स, जिन्होंने आज पहले दिन 614.80 रुपये के हाई पर पहुंचा, अगस्त बिक्री में समय पर फ्लैटिश वृद्धि की जानकारी देने पर गिर गए। Tata समूह की कंपनी ने कहा कि उसकी कुल घरेलू बिक्री अगस्त में 76,261 इकाइयों के खिलाफ आई, जिसमें पिछले साल के उसी माह में 76,479 इकाइयाँ थीं। वहीं, Maruti Suzuki ने अपने शेयर्स को 3 प्रतिशत की वृद्धि के रूप में देखा, कार निर्माण कंपनी ने अपनी सबसे अधिक मासिक बिक्री मात्र 3 प्रतिशत के वृद्धि के साथ पूरी की। जिस से Maruti Suzuki के स्टॉक में बढ़ोतरी हुई।

 

“Tata Motors के शेयरों में कटौती,पैसेंजर वाहनों सेगमेंट में 5 प्रतिशत कम,Maruti Suzuki के स्टॉक में बढ़ोतरी,

                         Important Key पॉइंट

  • पैसेंजर वाहनों के सेगमेंट में, Tata Motors ने अगस्त में 45,513 इकाइयाँ बेची, जो साल पहले माह की 47,166 इकाइयों के 5 प्रतिशत कम हैं इसी कारन Tata Motors के शेयरों में कटौती हुई।
  • इसमें Tata Motors के पैसेंजर वाहनों और Tata Passenger Electric Mobility के बिक्री शामिल हैं, जो कि Tata Motors की सहायक कंपनियों हैं।
  • वाणिज्यिक वाहन बिक्री वर्षों के समय में 2 प्रतिशत योय बढ़ी, Tata Motors ने कहा।
  • Antique Stock Broking ने उम्मीद की थी कि अच्छे प्रतिस्पर्धी प्रतिक्रिया के कारण Tata Motors की PV बिक्री 48,500 इकाइयों की होगी।
  • अगस्त में MH&ICV की घरेलू बिक्री, ट्रक और बसों सहित, 13,306 इकाइयों पर खड़ी रही, Tata Motors ने कहा।
  • Antique Stock Broking ने CV बिक्री की उम्मीद 33,500 इकाइयों की थी।
  • अगस्त में MH&ICV की कुल घरेलू और अंतरराष्ट्रीय व्यापार, ट्रक और बसों सहित, 13,816 इकाइयों पर खड़ी रही, Tata Motors ने कहा।

 

Tata Motors के शेयरों में कटौती, Maruti Suzuki के स्टॉक में बढ़ोतरी, अगस्त बिक्री डेटा का असर।

Maruti Suzuki के शेयरों में बढ़ोतरी

वहीं, Maruti Suzuki के शेयरों में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई, कार निर्माता ने कुल 1,89,082 इकाइयाँ बेची, जो कि उसकी सबसे अधिक मासिक बिक्री है। माह की कुल बिक्री में घरेलू बिक्री 1,58,678 इकाइयों की थी, अन्य OEM को 5,790 इकाइयों की बिक्री हुई, और निर्यात 24,614 इकाइयों में हुई, Maruti Suzuki ने एक बीएसई फाइलिंग में कहा।

इसके अलावा, निवेशकों को यह जानकर खुशी होगी कि Maruti Suzuki ने अपनी सबसे अधिक मासिक बिक्री का सामर्थ्य प्रमाणित किया ह

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निष्कर्षण

Tata Motors के शेयरों में कटौती, Maruti Suzuki के स्टॉक में बढ़ोतरी,Summery 

इस लेख में हमने देखा कि अगस्त में Tata Motors के पैसेंजर वाहनों के सेगमेंट में थोड़ी सी कमी आई है, जबकि Maruti Suzuki ने अपनी सबसे अधिक मासिक बिक्री की ओर बढ़त दिखाई है। इससे हम देख सकते हैं कि ऑटोमोबाइल उद्योग में संवेग और ब्रस्टीयोसिटी बनी हुई है, जब भी एक उत्पादक कंपनी बिक्री की बढ़ती मांग का सामना करती है। इस विपरीत में, एक अच्छी विवरण और समर्थन के साथ उत्कृष्ट ग्राहक सेवा प्रदान करने में सहायक कंपनियों के लिए संघर्ष करना महत्वपूर्ण होता है।

 

अस्वीकरण: “किसी भी परिस्थितियों में कृपया ध्यान दें कि इस प्लेटफ़ॉर्म पर दी गई जानकारी के आधार पर व्यापारिक निर्णय न लें। किसी भी वास्तविक निवेश या व्यापारिक निर्णय से पहले, कृपया किसी योग्य दलाल या अन्य वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें। सभी जानकारी केवल शैक्षिक और सूचना के उपयोग के लिए है। Wealth Bazzars इसके सभी सामग्री के खिलाफ किसी भी प्रकार की गारंटी, स्पष्ट या अंतर्निहित, देने का दावा नहीं करता और इससे संबंधित सभी वारंटीज को यहाँ से अस्वीकार करता है।”

 

 

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