asset allocation fund vs balanced fund Detailed Comparison

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asset allocation fund vs balanced fund कौन सा Mutual Fund बेहतर है?

जब आप निवेश की बात करते हैं, तो सही financial product चुनना बहुत ज़रूरी होता है। दो लोकप्रिय mutual fund options जो अक्सर investors के बीच confuse करते हैं, वे हैं Asset Allocation Funds और Balanced Funds। इन दोनों का मकसद आपके portfolio में balance बनाए रखना होता है, लेकिन इनके काम करने के तरीके और features अलग-अलग होते हैं। इस Article  में हम Asset Allocation Funds और Balanced Funds के बीच में comparison करेंगे ताकि आप अपने लिए सही fund चुन सकें। तो आइये एक -एक कर के देखते है।

Asset Allocation Funds क्या हैं?

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Asset Allocation Funds वह mutual funds होते हैं जो विभिन्न asset classes जैसे equity, debt, और अन्य securities में निवेश करते हैं। इन funds का primary goal होता है कि वे market की conditions के अनुसार अपने निवेश को adjust करते रहें ताकि investors को maximum returns मिल सके।

Asset Allocation Funds के कुछ प्रमुख features इस प्रकार हैं:

  • Dynamic Asset Allocation: Market conditions के अनुसार fund manager अपने equity, debt, और अन्य securities में allocation को adjust कर सकते हैं।
  • Risk Management: ये funds actively manage होते हैं, जिससे risk control में मदद मिलती है।
  • Diversified Portfolio: Asset Allocation Funds कई तरह के asset classes में निवेश करते हैं, जिससे portfolio में diversification बढ़ता है।

Balanced Funds क्या हैं?

Balanced Funds, जिन्हें Hybrid Funds भी कहा जाता है, एक fixed ratio में equity और debt में निवेश करते हैं। आमतौर पर, इन funds में 60% equity और 40% debt में allocation होता है। Balanced Funds का primary goal होता है कि आपको stable returns मिलें और साथ ही long-term capital appreciation भी हो।

Balanced Funds के कुछ प्रमुख features:

  • Fixed Asset Allocation: इन funds में equity और debt का ratio fixed होता है, जो आमतौर पर 60% equity और 40% debt में होता है।
  • Moderate Risk: Balanced Funds moderate risk के साथ आते हैं क्योंकि equity और debt के बीच balance होता है।
  • Stable Returns: Balanced Funds आपको equity से growth और debt से stability का mix देते हैं, जिससे आपके returns balanced रहते हैं।

asset allocation fund vs balanced fund एक Detailed Comparison

अब आइए दोनों funds के बीच एक detailed comparison करते हैं:

Asset Allocation Fund vs Balanced Fund Detailed Comparison

Asset Allocation Fund vs Balanced Fund: Detailed Comparison

जब आप Asset Allocation Funds और Balanced Funds के बीच चयन करते हैं, तो कुछ और महत्वपूर्ण पहलुओं पर भी ध्यान देना आवश्यक है। यह आपको बेहतर निर्णय लेने में मदद करेगा कि कौन सा fund आपके लिए सबसे उपयुक्त है।

  1. Investment Horizon और Financial Goals

Balanced Funds और Asset Allocation Funds दोनों की सफलता आपके निवेश horizon और financial goals पर निर्भर करती है:

Balanced Funds आमतौर पर लंबे समय तक निवेश के लिए उपयुक्त होते हैं, क्योंकि इनमें एक स्थिर ratio होता है जो दीर्घकालिक निवेश के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। यदि आप एक steady growth चाहते हैं और market volatility से कम प्रभावित होना चाहते हैं, तो यह fund आपकी आवश्यकताओं के अनुसार हो सकता है।

Asset Allocation Funds का फायदा यह है कि ये आपकी बदलती investment needs और market conditions के अनुसार अनुकूलित होते हैं। यदि आपका investment horizon अधिक dynamic है और आप market conditions के अनुसार जल्दी से बदलाव देखना चाहते हैं, तो ये funds आपकी मदद कर सकते हैं।

asset allocation fund vs balanced fund

  1. Risk Appetite

आपकी risk tolerance भी आपके fund choice में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है:

Balanced Funds के साथ, आपका risk exposure सीमित होता है क्योंकि asset allocation fixed होता है। हालांकि, equity और debt के बीच balance आपके risk को moderate करता है, लेकिन किसी भी sudden market downturn के दौरान आपके returns स्थिर रहते हैं।

Asset Allocation Funds अधिक risk और return potential के साथ आते हैं। ये funds market conditions के अनुसार अपने allocation को adjust करते हैं, जिससे आपको higher returns मिलने की संभावना होती है, लेकिन इसके साथ ही market risk भी अधिक हो सकता है।

  1. Fund Management और Fees

Asset Allocation Funds और Balanced Funds की लागत और प्रबंधन दृष्टिकोण भी आपके निर्णय को प्रभावित कर सकते हैं:

Balanced Funds आमतौर पर lower management fees के साथ आते हैं क्योंकि इनका asset allocation fixed रहता है और इन्हें कम actively manage किया जाता है। यह cost-effectiveness की दृष्टि से अच्छा हो सकता है, विशेषकर यदि आप low-cost investment options पसंद करते हैं।

Asset Allocation Funds में higher management fees हो सकती हैं क्योंकि ये actively managed होते हैं और fund managers को market conditions के अनुसार frequently adjust करना पड़ता है। यदि आप active management और higher potential returns के लिए तैयार हैं, तो यह higher fees justified हो सकता है।

  1. Tax Implications

Tax implications भी आपके fund choice पर असर डाल सकते हैं:

Balanced Funds आमतौर पर debt-like tax treatment के तहत आते हैं यदि इनका equity exposure 65% से कम होता है। इसका मतलब है कि आपके returns पर tax treatment debt funds की तरह होगा, जो कि कुछ investors के लिए लाभकारी हो सकता है।

Asset Allocation Funds अक्सर equity-like tax treatment के तहत आते हैं यदि इनमें 65% या उससे अधिक equity exposure होता है। यह tax benefits प्रदान कर सकता है, लेकिन यह tax treatment fund के specific allocation पर निर्भर करेगा।

  1. Fund’s Historical Performance

Fund का historical performance भी आपके निर्णय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है:

Balanced Funds की performance stability को दर्शाती है और लंबे समय तक की गई stable returns की पेशकश करती है। यह आपके लिए एक reliable option हो सकता है यदि आप consistent performance की तलाश में हैं।

Asset Allocation Funds की performance market conditions के अनुसार बदलती रहती है। यदि fund manager market trends को सही ढंग से समझता है और allocation को सही तरीके से adjust करता है, तो आपको higher returns मिल सकते हैं।

  1. Investor Preferences और Fund Goals

अंततः, आपकी व्यक्तिगत preferences और fund goals भी आपकी पसंद को प्रभावित करेंगे:

यदि आप एक ऐसा fund चाहते हैं जो आपको stability और predictable returns प्रदान करे, तो Balanced Funds एक बेहतर विकल्प हो सकते हैं।

यदि आप market conditions के अनुसार flexible investment चाहते हैं और higher returns की संभावनाओं को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं, तो Asset Allocation Funds आपकी जरूरतों को पूरा कर सकते हैं।

  1. Flexibility in Investment

Balanced Funds और Asset Allocation Funds की flexibility आपकी निवेश रणनीति पर असर डालती है:

Balanced Funds में investment ratio को एक निर्धारित सीमा के भीतर ही बदला जा सकता है। यह flexibility आपको 60/40 के ratio को maintain करने की अनुमति देती है, लेकिन ज्यादा परिवर्तन नहीं किया जा सकता। इस प्रकार की limited flexibility का लाभ यह है कि आपको एक structured approach मिलता है, जो risk और return को balanced बनाए रखता है।

Asset Allocation Funds में ज्यादा flexibility होती है। आप fund manager द्वारा market conditions के अनुसार पूरे portfolio को adjust कर सकते हैं। इससे आपको high-growth opportunities का लाभ उठाने और market downturns के दौरान अपने investments को बचाने का मौका मिलता है।

  1. Market Timing and Adjustments

Market timing और adjustments भी आपके investment decisions में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं:

Balanced Funds में market timing पर कम ध्यान दिया जाता है क्योंकि इनका allocation fixed होता है। इसलिए, आप market fluctuations से थोड़ा कम प्रभावित होंगे। लेकिन इसमें एक downside भी है, जहां market peaks और troughs का फायदा उठाने का अवसर सीमित हो सकता है।

Asset Allocation Funds market timing को actively manage करते हैं। Fund managers market conditions के आधार पर asset allocation को adjust करते हैं, जिससे आप market highs का फायदा उठा सकते हैं और lows के दौरान अपने investments को सुरक्षित रख सकते हैं।

  1. Investment Strategy

दोनों funds की investment strategy भी विभिन्न होती है:

Balanced Funds का उद्देश्य equity और debt के बीच एक स्थिर संतुलन बनाए रखना होता है। इसका primary goal long-term growth और stability होता है। इस approach से आपको consistent returns मिल सकते हैं, लेकिन market fluctuations के प्रति कम responsiveness होती है।

Asset Allocation Funds की strategy अधिक dynamic होती है। इनका उद्देश्य market conditions के आधार पर asset allocation को optimize करना होता है। Fund managers market trends को monitor करते हैं और allocation को adjust करते हैं, जिससे आप potential high returns प्राप्त कर सकते हैं।

  1. Liquidity and Withdrawals

Liquidity और withdrawals के मामले में भी दोनों funds अलग-अलग हो सकते हैं:

Balanced Funds में liquidity आमतौर पर अच्छी होती है, और आप अपने investments को आसानी से withdraw कर सकते हैं। इन funds की stability और fixed allocation आपको एक predictable investment experience देती है।

Asset Allocation Funds में liquidity भी अच्छी होती है, लेकिन क्योंकि इनका asset allocation dynamically adjust होता है, इसलिए withdrawals के समय आपको fund की current market conditions का ध्यान रखना पड़ सकता है। यह flexibility आपको higher returns का मौका देती है, लेकिन market conditions के आधार पर withdrawals के timing को adjust करना पड़ सकता है।

  1. Tax Efficiency

Tax efficiency भी एक महत्वपूर्ण consideration है:

Balanced Funds की tax efficiency मुख्य रूप से उनकी fixed allocation पर निर्भर करती है। इनका equity exposure कम होने के कारण, tax benefits सीमित हो सकते हैं, लेकिन यदि आप regular income और stability पसंद करते हैं, तो यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

Asset Allocation Funds में higher equity exposure के कारण tax benefits अधिक हो सकते हैं, विशेष रूप से यदि fund 65% या उससे अधिक equity में निवेश करता है। इससे आपको equity-like tax benefits मिल सकते हैं, जो आपको ज्यादा favorable tax treatment प्रदान कर सकते हैं।

  1. Performance Tracking and Management

Performance tracking और management की दृष्टि से:

Balanced Funds की performance tracking relatively straightforward होती है। आप fund के fixed ratio और historical performance को देख सकते हैं ताकि आपको एक समझ हो सके कि fund कैसे perform कर रहा है।

Asset Allocation Funds की performance tracking अधिक complex हो सकती है क्योंकि fund managers frequently allocation को adjust करते हैं। आपको fund की performance को market trends के अनुसार समझना पड़ता है और fund manager के decisions को analyze करना होता है।

  1. Investor Suitability

Investor suitability को ध्यान में रखते हुए:

Balanced Funds उन investors के लिए उपयुक्त होते हैं जो stability और steady returns की तलाश में हैं और market volatility से कम प्रभावित होना चाहते हैं। यह beginners के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है, जिनके पास market timing और active management की capabilities नहीं होती हैं।

Asset Allocation Funds उन investors के लिए उपयुक्त होते हैं जो market conditions के आधार पर flexible strategies अपनाना चाहते हैं और higher returns की संभावनाओं को स्वीकार कर सकते हैं। यह experienced investors के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है, जो market trends को monitor करना पसंद करते हैं और dynamic investment strategies में विश्वास रखते हैं।

  1. Performance History

Performance history का विश्लेषण भी महत्वपूर्ण है:

Balanced Funds के पास एक स्थिर और predictable performance history होती है, क्योंकि ये एक fixed ratio पर आधारित होते हैं। आपको past performance को देखकर एक अच्छा अंदाजा मिल सकता है कि fund किस प्रकार से perform किया है, विशेषकर long-term horizon पर।

Asset Allocation Funds की performance history अधिक dynamic हो सकती है क्योंकि fund managers ने विभिन्न market conditions के आधार पर allocation को adjust किया है। यहां past performance को analyze करते समय यह देखना महत्वपूर्ण है कि fund ने market downturns के दौरान कैसे perform किया और कितनी flexibility दिखाई।

  1. Fund Management

Fund management के दृष्टिकोण से:

Balanced Funds को एक structured approach के साथ manage किया जाता है, जहां fixed ratio का पालन किया जाता है। Fund managers का focus अक्सर एक balanced portfolio बनाए रखने पर होता है, जिससे investors को stable returns मिल सके।

Asset Allocation Funds की fund management अधिक active होती है। Fund managers market trends और economic conditions के आधार पर asset allocation को continuously adjust करते हैं। इस प्रकार की management से आपको market changes के अनुसार बेहतर returns प्राप्त हो सकते हैं, लेकिन इसमें ज्यादा managerial activity और monitoring की आवश्यकता होती है।

  1. Impact of Economic Cycles

Economic cycles का impact भी विभिन्न होता है:

Balanced Funds का performance economic cycles पर कम sensitive होता है, क्योंकि इनका asset allocation fix होता है। यह funds ऐसे market conditions के खिलाफ एक buffer provide करते हैं, जिससे long-term stability बनाए रखी जा सकती है।

Asset Allocation Funds अधिक sensitive हो सकते हैं economic cycles के प्रति, क्योंकि fund managers market conditions के आधार पर asset allocation को adjust करते हैं। This flexibility helps to capitalize on growth during economic booms and mitigate losses during downturns.

  1. Investor Goals and Preferences

Investor goals and preferences भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं:

Balanced Funds उन investors के लिए उपयुक्त होते हैं जिनके goals stability और steady growth होते हैं। ये funds उन लोगों के लिए बेहतर होते हैं जो लंबे समय तक निवेश करने की योजना बनाते हैं और market volatility से कम प्रभावित होना चाहते हैं।

Asset Allocation Funds उन investors के लिए उपयुक्त होते हैं जो actively manage करना चाहते हैं और high growth potential की तलाश में रहते हैं। ये funds उन लोगों के लिए उपयुक्त होते हैं जो short-term fluctuations को handle कर सकते हैं और market conditions के अनुसार अपने investments को adjust करना चाहते हैं।

  1. Expenses and Fees

Expenses and fees को भी ध्यान में रखना जरूरी है:

Balanced Funds में आमतौर पर lower expense ratios होते हैं क्योंकि ये funds एक fixed ratio पर आधारित होते हैं और कम active management की आवश्यकता होती है। इसका मतलब है कि आपके returns पर कम impact होता है।

Asset Allocation Funds में higher expense ratios हो सकते हैं, क्योंकि ये funds more actively managed होते हैं और fund managers को frequently market conditions के आधार पर allocation को adjust करना पड़ता है। इससे आपके overall returns पर थोड़ा अधिक impact हो सकता है।

  1. Regulatory Framework

Regulatory framework के तहत:

Balanced Funds को SEBI के द्वारा एक fixed allocation ratio के साथ regulated किया जाता है। इसका मतलब है कि regulatory guidelines के तहत, fund managers को एक predefined ratio को maintain करना होता है।

Asset Allocation Funds के लिए regulatory framework अधिक flexible होता है। SEBI ने dynamic asset allocation funds को ज्यादा freedom दिया है, जिससे fund managers को market conditions के आधार पर allocation को adjust करने की अनुमति मिलती है।

  1. Investor Education and Awareness

Investor education and awareness भी महत्वपूर्ण हैं:

Balanced Funds के बारे में जानकारी आसान होती है और ये beginners के लिए अच्छा option होते हैं। Fixed allocation के कारण, investors को fund के performance को समझना और track करना आसान होता है।

Asset Allocation Funds के लिए investors को ज्यादा aware और educated होना पड़ता है। यह funds dynamic nature के कारण, investors को market trends और fund management strategies को समझना पड़ता है।

  1. Tax Implications

Tax implications भी एक महत्वपूर्ण factor हैं:

Balanced Funds आमतौर पर debt funds की तरह टैक्स किए जाते हैं, क्योंकि इनका equity allocation 65% से कम होता है। इसका मतलब है कि आपको short-term capital gains पर 15% और long-term capital gains पर टैक्स की दर लागू होती है, जो की debt funds के लिए सामान्य टैक्स स्लैब है।

Asset Allocation Funds की टैक्स स्थिति थोड़ी जटिल हो सकती है। यदि ये funds 65% से अधिक equity में निवेश करते हैं, तो इन्हें equity funds की तरह टैक्स मिलता है। इसका मतलब है कि short-term capital gains पर 15% टैक्स और long-term capital gains पर 10% टैक्स लागू होता है, बिना indexation benefit के। यह flexibility आपके टैक्स फाइंडिंग को भी प्रभावित कर सकती है।

  1. Investor Profile Suitability

Investor profile suitability को समझना भी महत्वपूर्ण है:

Balanced Funds उन investors के लिए सही होते हैं जो एक structured और predictable investment approach पसंद करते हैं। ये लोग stability और moderate growth की तलाश में होते हैं और market volatility से कम प्रभावित होना चाहते हैं।

Asset Allocation Funds उन investors के लिए उपयुक्त होते हैं जो market conditions के अनुसार अपने investments को adjust करना चाहते हैं। ये लोग higher growth potential और flexibility की तलाश में होते हैं और market fluctuations को handle करने में comfortable होते हैं।

  1. Historical Performance Metrics

Historical performance metrics की तुलना भी फायदेमंद हो सकती है:

Balanced Funds की historical performance को देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि fund ने historical context में कैसा प्रदर्शन किया है। इससे आपको stability और moderate returns की एक clear picture मिलती है।

Asset Allocation Funds की historical performance अधिक variable हो सकती है क्योंकि ये funds dynamic asset allocation strategy अपनाते हैं। यहां, historical performance metrics को देखकर आप market conditions के अनुसार fund की adaptability और flexibility का मूल्यांकन कर सकते हैं।

  1. Managerial Expertise

Managerial expertise का महत्व भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता:

Balanced Funds में fund managers को एक fixed ratio का पालन करना होता है। इस प्रकार, managerial expertise का focus portfolio की stability बनाए रखने पर होता है।

Asset Allocation Funds में fund managers को market trends और economic conditions के आधार पर asset allocation को adjust करना होता है। इस प्रकार, fund managers की expertise और अनुभव fund की overall performance को प्रभावित कर सकते हैं।

  1. Impact of Market Volatility

Market volatility का impact दोनों प्रकार के funds पर अलग-अलग होता है:

Balanced Funds में, fixed allocation के कारण market volatility का impact कम होता है। Equity और debt investments के बीच balance बनाए रखने से, volatility का effect moderated रहता है।

Asset Allocation Funds में, fund managers के द्वारा market conditions के अनुसार allocation को adjust किया जाता है। इस प्रकार, market volatility के दौरान fund की performance को manage किया जा सकता है, जिससे returns को maximize और losses को minimize किया जा सकता है।

  1. Flexibility in Investment Strategy

Investment strategy flexibility की तुलना भी महत्वपूर्ण है:

Balanced Funds में investment strategy अधिक structured होती है, और एक fixed ratio पर आधारित होती है। इसमें बदलाव की गुंजाइश कम होती है, जिससे एक stable approach अपनाई जाती है।

Asset Allocation Funds में investment strategy अधिक flexible होती है। Fund managers market conditions के आधार पर asset allocation को adjust कर सकते हैं, जिससे market trends के अनुसार strategy को बदलने की सुविधा मिलती है।

  1. Investor Expectations

Investor expectations को समझना भी आवश्यक है:

Balanced Funds में, investors को steady और moderate growth की उम्मीद होती है। इस प्रकार, ये funds उन लोगों के लिए उपयुक्त हैं जो एक structured और predictable approach की तलाश में होते हैं।

Asset Allocation Funds में, investors को higher growth potential और dynamic performance की उम्मीद होती है। ये funds उन लोगों के लिए उपयुक्त हैं जो market conditions के अनुसार flexibility की तलाश में होते हैं।

  1. Practical Tips for Choosing Between Funds

Funds के बीच चयन करने के लिए कुछ प्रैक्टिकल टिप्स:

Balanced Funds को चुनें यदि आप stability और long-term growth चाहते हैं और आप market fluctuations से कम प्रभावित होना चाहते हैं।

Asset Allocation Funds को चुनें यदि आप higher returns की तलाश में हैं और आप market conditions के अनुसार अपनी investments को adjust करने में comfortable हैं।

दोनों प्रकार के funds में निवेश करने से पहले, अपने financial goals, risk tolerance, और investment horizon को समझें। हमेशा एक financial advisor से सलाह लें ताकि आप informed decision ले सकें।

Asset Allocation Fund और Balanced Fund में कौन सा चुनें?

asset allocation fund vs balanced fund:-अब सवाल यह है कि आपको इन दोनों में से कौन सा fund चुनना चाहिए। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपके financial goals क्या हैं और आप कितना risk ले सकते हैं।

  • अगर आप dynamic market conditions के अनुसार अपने portfolio को adjust करना चाहते हैं और higher returns की तलाश में हैं, तो Asset Allocation Funds आपके लिए बेहतर हो सकते हैं। यह उन investors के लिए है जो actively managed funds चाहते हैं और market movements के हिसाब से निवेश करना पसंद करते हैं।
  • अगर आप stable और predictable returns चाहते हैं और moderate risk ले सकते हैं, तो Balanced Funds आपके लिए एक सुरक्षित विकल्प हो सकते हैं। यह उन लोगों के लिए है जो एक fixed strategy के साथ long-term growth और stability चाहते हैं।

Conclusion

asset allocation fund vs balanced fund दोनों के ही अपने unique फायदे और नुकसान हैं। आपके लिए सही विकल्प का चयन आपकी व्यक्तिगत financial goals, risk tolerance, और market conditions पर निर्भर करता है।

सही निवेश निर्णय लेने के लिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने financial advisor से सलाह लें और अपने financial goals के अनुसार सबसे उपयुक्त fund का चयन करें। सही fund चुनने से आपके financial goals को achieve करने में मदद मिलेगी और आपके निवेश का समग्र प्रदर्शन बेहतर होगा।

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FAQS

किस प्रकार के निवेशक के लिए Balanced Funds उपयुक्त हैं?

Balanced Funds उन निवेशकों के लिए उपयुक्त होते हैं जो stable और moderate growth की तलाश में होते हैं। यह structured और predictable approach प्रदान करता है और market fluctuations से कम प्रभावित होता है।

क्या Balanced Funds और Asset Allocation Funds की tax implications अलग हैं?

हाँ, Balanced Funds को debt funds की तरह टैक्स किया जाता है, जबकि Asset Allocation Funds की टैक्स स्थिति उनकी equity allocation पर निर्भर करती है। यदि allocation 65% से अधिक equity में है, तो इन्हें equity funds की तरह टैक्स किया जाता है।

Balanced Funds और Asset Allocation Funds के expense ratios में क्या अंतर है?

Balanced Funds में आमतौर पर lower expense ratio होता है, क्योंकि इसमें fixed asset allocation होता है। Asset Allocation Funds में higher expense ratio हो सकता है क्योंकि इसमें fund managers को अधिक actively asset allocation को adjust करना पड़ता है।

Balanced Funds और Asset Allocation Funds का investment horizon क्या होना चाहिए?

दोनों प्रकार के funds के लिए आमतौर पर 3-5 साल का investment horizon recommended होता है। यह period आपको पर्याप्त time देता है ताकि आप market fluctuations को manage कर सकें और returns को realize कर सकें।

कैसे जानें कि कौन सा fund मेरे लिए सही है?

आपके लिए सही fund का चयन आपके financial goals, risk tolerance, और market conditions पर निर्भर करता है। Balanced Funds stability और moderate growth प्रदान करते हैं, जबकि Asset Allocation Funds higher growth potential और flexibility प्रदान करते हैं। हमेशा अपने financial advisor से सलाह लें ताकि आप informed decision ले सकें।

"Deepak Rai is an IT engineer with 3 years of blogging experience. He has a strong expertise in creating quality content and is currently working with 'Wealth Bazzars'."

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